BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शनिवार, 04 जनवरी 2025 11:44 AM
  • 12.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. छात्रों की मांग पूरी होने तक जारी रखेंगे अनशन : प्रशांत किशोर
  2. हम प्रदर्शन के लिए दंड नहीं सीखते, लाठी चलाने से व्यक्ति में आती है वीरता : मोहन भागवत
  3. आपदा दिल्ली में नहीं, बीजेपी में आई हुई है : अरविंद केजरीवाल
  4. भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति की ‘मजबूत अभिव्यक्ति’ है मालदीव : विदेश मंत्री जयशंकर
  5. भारत के युवाओं का ‘एकलव्य’ जैसा अंगूठा काट रही भाजपा : राहुल गांधी
  6. मैं शीश महल बना सकता था, लेकिन मेरा सपना है कि देशवासियों को मिले पक्का घर : पीएम मोदी
  7. मनु भाकर, गुकेश सहित 4 खिलाड़ियों को ‘खेल रत्न’, 32 खिलाड़ी बनेंगे ‘अर्जुन’
  8. बांग्लादेश: अदालत ने पुजारी चिन्मय की जमानत याचिका खारिज की
  9. घाटी में आतंक को खत्म करने के बाद जो खोया है उसे लेंगे वापस : गृह मंत्री अमित शाह
  10. नोटिस का जवाब हमने दे दिया, गांधी मैदान में बैठना हमारा अधिकार : प्रशांत किशोर
  11. प्रधानमंत्री मोदी ने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स पर पेश की चादर
  12. पटना जिला प्रशासन ने प्रशांत किशोर को जारी किया नोटिस, गांधी मैदान खाली कर गर्दनीबाग जाने का आदेश
  13. पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली में गरीबों को सौंपेंगे फ्लैट की चाबि‍यां, जानिए लाभार्थियों को कितना करना पड़ेगा योगदान
  14. केंद्र सरकार डब्ल्यूपीआई में करेगी बदलाव, बनाया वर्किंग ग्रुप
  15. प्रधानमंत्री का अजमेर दरगाह में चादर भेजना हिंदू-मुस्लिम करने वाले लोगों को संदेश : सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती

भारत को मलेरिया, कालाजार और लिम्फैटिक बीमारियों के खिलाफ मिली बड़ी सफलता

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 29 दिसंबर 2024, 6:35 PM IST
भारत को मलेरिया, कालाजार और लिम्फैटिक बीमारियों के खिलाफ मिली बड़ी सफलता
Read Time:5 Minute, 15 Second

बीएनटी न्यूज़

नई दिल्ली। भारत ने मलेरिया, कालाजार, लिम्फैटिक फिलेरियासिस जैसी वेक्टर जनित बीमारियों के मामलों और मौतों के लिए निर्धारित की टार्गेट्स को प्राप्त कर लिया है। सरकार ने शनिवार को यह जानकारी दी।

राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी) इन बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए जिम्मेदार है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत ने मलेरिया के बोझ को कम करने में काफी प्रगति की। मंत्रालय ने कहा कि देश ने 2015 से 2023 के बीच मलेरिया के मामलों में 80.53 प्रतिशत और मलेरिया से मौतों में 78.38 प्रतिशत की कमी हासिल की है। साल 2024 (अक्टूबर तक – अस्थायी आंकड़े) में मलेरिया के मामलों में 13.66 प्रतिशत का वृद्धि और मलेरिया से मौतों में 32.84 प्रतिशत की कमी आई है।

इस साल, अक्टूबर तक 23 राज्यों में निगरानी भी बढ़ा दी गई है। भारत का लक्ष्य 2030 तक मलेरिया को खत्म करना है।

मंत्रालय ने आगे कहा कि 2024 में देश में कालाजार के मामलों में 22.18 प्रतिशत की कमी आई है। अक्टूबर तक कालाजार के लगभग 421 मामले रिपोर्ट किए गए हैं। वहीं, 2023 के समान अवधि में 541 मामले रिपोर्ट किए गए थे।

खास बात यह है कि देश 2023 के अंत तक प्राप्त किए गए 633 एंडेमिक ब्लॉक्स में उन्मूलन लक्ष्य को बनाए रख रहा है। उन्मूलन लक्ष्य को ब्लॉक स्तर पर प्रति 10 हजार जनसंख्या पर एक से कम मामले की वार्षिक घटना के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।

मंत्रालय ने बताया कि सरकार ने ब्लॉक स्तर पर प्रति 10,000 जनसंख्या पर 1 से अधिक कालाजार मामले की रिपोर्ट करने वाले स्थानिक ब्लॉकों की संख्या शून्य रही और आज तक उन्मूलन की स्थिति को बनाए रखा है।

इसके अलावा, लिम्फेटिक फाइलेरियासिस को खत्म करने के लिए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) अभियान ने 2024 में पात्र आबादी के बीच 94 प्रतिशत कवरेज देखा है।

साल 2023 में एमडीए अभियान राष्ट्रीय स्तर पर 82 प्रतिशत कवरेज तक पहुंच गया।

लिम्फैटिक फिलेरियासिस को समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत, एमडीए अभियान ने 13 राज्यों के 159 जिलों के 1,634 ब्लॉक्स में कवरेज रिपोर्ट किया। मंत्रालय के अनुसार, इन क्षेत्रों में एमडीए दो चरणों में आयोजित किया गया था।

लिम्फैटिक फिलेरियासिस को आमतौर पर हाथीपांव के नाम से जाना जाता है, एक गंभीर, अपंग करने वाली और दुर्बल करने वाली बीमारी है, जो क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलती है।

यह उष्णकटिबंधीय इलाकों में ज्यादातर पनपती है जिसे भारत सरकार ने 2030 के वैश्विक लक्ष्य से पहले खत्म करने का लक्ष्य रखा है। मंत्रालय ने बताया कि 345 स्थानिक जिलों में से 13 राज्यों के 159 जिलों में 1 प्रतिशत से अधिक माइक्रोफाइलेरिया (एमएफ) दर दर्ज की गई हैष। लिम्फोएडेमा रोगियों को लगभग 3,38,087 रुग्णता प्रबंधन और विकलांगता निवारण किट प्रदान की गईं और 64,706 हाइड्रोसेलेक्टोमी सर्जरी की गईं।

जापानी इंसेफेलाइटिस ने भी 2024 में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। मंत्रालय ने उल्लेख किया कि 355 जिलों में से 334 को नियमित टीकाकरण के तहत कवर किया गया है।

जापानी इंसेफेलाइटिस के खिलाफ नियमित टीकाकरण के तहत केवल 21 और जिलों को कवर किया जाना है – जापानी इंसेफेलाइटिस वायरस के कारण मस्तिष्क का संक्रमण। मंत्रालय ने कहा कि लगभग 42 जिले – असम (9), उत्तर प्रदेश (7) और पश्चिम बंगाल (26) को इस बीमारी के खिलाफ वयस्क टीकाकरण के तहत कवर किए गए हैं।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *