BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   मंगलवार, 03 जून 2025 06:55 AM
  • 26.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. सलमान खुर्शीद के पीएम मोदी की तारीफ करने पर कांग्रेस का एक खेमा नाराज, कार्रवाई की मांग
  2. अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ की वार्षिक बैठक में पीएम मोदी के संबोधन को विदेशी निवेशकों ने सराहा
  3. हिमाचल : सीएम सुक्खू ने हमीरपुर में वन मित्र संवाद कार्यक्रम में लिया हिस्सा
  4. एरोल मस्क ने पीएम मोदी को बताया ‘शानदार’ नेता, भारत के विश्व की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की सराहना की
  5. 2030 तक हर वर्ष 500 मिलियन यात्री भरेंगे उड़ान, देश स्पेस एविएशन कन्वर्जेंस में एक ग्लोबल लीडर : पीएम मोदी
  6. दिल्ली में झुग्गियों पर चला बुलडोजर : आम आदमी पार्टी
  7. ‘दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं’, पैराग्वे के राष्ट्रपति से बोले पीएम मोदी
  8. भारत दौरे पर पराग्वे के राष्ट्रपति सैंटियागो पेना, द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने पर होगा फोकस
  9. जेईई एडवांस्ड 2025 : रजित गुप्ता ने हासिल की ऑल इंडिया पहली रैंक, कोटा का दबदबा
  10. प्रियंका गांधी की कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं से अपील, बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद करें
  11. सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने मलेशिया में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि दी
  12. बाढ़ प्रभावित मणिपुर में 1,300 से अधिक लोगों को बचाया गया
  13. ग्रीन टेक और ईवी ग्रोथ देखने भारत पहुंचे एलन मस्क के पिता एरोल
  14. आईपीएल 2025 : 14 में से 11 बार! जिसने जीता क्वालीफायर-1, उसी टीम के नाम हुआ खिताब
  15. आईपीएल 2025 : श्रेयस अय्यर के तूफान के आगे उड़ी मुंबई, पंजाब किग्स फाइनल में पहुंची

रीढ़ को लचीलापन देता है ‘शशांकासन’, मन को शांत और तनाव दूर करने में कारगर

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 01 जून 2025, 4:29 PM IST
रीढ़ को लचीलापन देता है ‘शशांकासन’, मन को शांत और तनाव दूर करने में कारगर
Read Time:4 Minute, 39 Second

बीएनटी न्यूज़

नई दिल्ली। ‘योग’ न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन भी प्रदान करता है। ऐसे में आज हम आपको एक योगासन के बारे में बताते हैं, जो आज के तनावपूर्ण जीवन में वरदान साबित हो रहा है। यहां बात हो रही है ‘शशांकासन’ की, जिसे “खरगोश मुद्रा” भी कहा जाता है।

यह आसन न केवल रीढ़ को लचीलापन देता है, बल्कि मन को शांत करने और तनाव को कम करने में भी मदद करता है। आइए, जानते हैं ‘शशांकासन’ करने का सही तरीका और इसके फायदों के बारे में।

‘शशांकासन’ एक सरल और प्रभावी योग मुद्रा है, जिसे शुरुआती और अनुभवी योगी दोनों आसानी से कर सकते हैं। इस आसन में शरीर की स्थिति एक खरगोश की तरह हो जाती है। इसे करने के लिए ढीले और आरामदायक कपड़े पहनें। साथ ही खाली पेट या भोजन के 3-4 घंटे बाद ही इसका अभ्यास करें।

सबसे पहले वज्रासन में बैठें और अपने घुटनों को मोड़कर, नितंबों को एड़ियों पर टिकाएं। रीढ़ सीधी रखें और दोनों हाथ घुटनों पर हल्के से रखें। कंधों को ढीला रखें और सांस को सामान्य करें। इसे करने के दौरान गहरी सांस लें और दोनों हाथों को धीरे-धीरे सिर के ऊपर की ओर उठाएं। इस दौरान हथेलियां एक-दूसरे की ओर होनी चाहिए। धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए, शरीर को आगे की ओर झुकाएं और अपने माथे को जमीन से टच करने की कोशिश करें।

इस दौरान दोनों हाथों को जमीन पर फैलाएं, हथेलियां नीचे की ओर हों। आपका पेट जांघों को छूना चाहिए और नितंब एड़ियों पर टिके रहें। इस स्थिति में, आपका शरीर खरगोश जैसी आकृति बनाएगा, इसलिए इसे “खरगोश मुद्रा” भी कहा जाता है।

इस मुद्रा में 20-30 सेकंड तक रहें या अपनी सहजता के अनुसार समय बढ़ाएं। सांस को सामान्य और गहरी रखें। अपनी श्वास पर ध्यान केंद्रित करें। इस दौरान मन को शांत रखने के लिए आंखें बंद कर सकते हैं। साथ ही सांस लेते हुए धीरे-धीरे शरीर को ऊपर उठाएं और वापस वज्रासन में आएं। इसके अलावा, हाथों को फिर से घुटनों पर रखें और कुछ सेकंड के लिए सामान्य सांस लें। आवश्यकतानुसार इसे दो या तीन बार दोहराएं।

यह आसन रीढ़ को मजबूत और लचीला बनाता है, जिससे पीठ दर्द में राहत मिलती है। साथ ही माथे को जमीन पर टिकाने से मस्तिष्क में रक्त संचार बढ़ता है, जो तनाव और चिंता को कम करता है और पेट पर हल्का दबाव पड़ने से पाचन तंत्र बेहतर होता है और कब्ज की समस्या में राहत मिलती है।

इसके अलावा, यह ध्यान और एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही वज्रासन की स्थिति में बैठने से घुटनों और टखनों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। यह आसन पिट्यूटरी और पाइनियल ग्रंथियों को उत्तेजित करता है, जो हार्मोनल संतुलन में मदद करते हैं।

हालांकि, गर्भवती महिलाओं को इस आसन को करने से बचना चाहिए। इसके अलावा, घुटनों या पीठ में दर्द होने पर बिना विशेषज्ञ की सलाह के इस आसन को नहीं करना चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर या चक्कर आने की समस्या वाले लोगों को भी इसे करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

कहा जाता है कि सुबह के समय खाली पेट ‘शशांकासन’ करना सबसे प्रभावी होता है। इसे करने से पहले हल्की स्ट्रेचिंग या सूर्य नमस्कार कर सकते हैं, ताकि शरीर गर्म हो जाए। नियमित अभ्यास से ही पूर्ण लाभ प्राप्त होते हैं, इसलिए इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *