
एम्स मरीजों के लिए काउंटर पर कैश की जगह ‘स्मार्ट कार्ड’ की सुविधा शुरू करेगा
नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)| मरीजों के लिए भुगतान को आसान बनाने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से ‘एम्स स्मार्ट कार्ड’ सुविधा शुरू करेगा। एम्स वित्त प्रभाग, एसबीआई की मदद से 1 अप्रैल, 2023 से ‘एम्स स्मार्ट कार्ड’ सुविधा शुरू करेगा। इससे मरीजों या मरीजों के तीमारदारों को लाइन में लगने की समस्याओं से छुट्टी मिल जाएगी।
एम्स ने गुरुवार को कहा- यह देखा गया है कि रोगी या उनके तीमारदार अक्सर लंबी दूरी की यात्रा करते हैं और विभिन्न जांच और प्रक्रियाओं के लिए भुगतान करने या कैफेटेरिया आदि में नाश्ता/भोजन प्राप्त करने के लिए कतारों में खड़े होते हैं। चूंकि अधिकांश भुगतान नकद में किए जाते हैं, इसलिए शेष राशि वापस करना भी कई काउंटरों पर चुनौती होती है। तदनुसार, यह निर्णय लिया गया है कि एम्स का वित्त प्रभाग भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से रोगियों और उनके परिचारकों के लिए 1 अप्रैल 2023 से ‘एम्स स्मार्ट कार्ड’ सुविधा शुरू करेगा।
प्रमुख स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि यह सेवा अस्पताल में मौजूदा बिलिंग सुविधा के साथ सहज रूप से एकीकृत होगी और साथ ही सभी रोगी देखभाल क्षेत्रों, कैफेटेरिया आदि में लागू होगी। अस्पताल ने कहा कि एक बार सेवा शुरु हो जाने के बाद, यूपीआई, डेबिट/क्रेडिट कार्ड आदि के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक भुगतान के अलावा ‘एम्स स्मार्ट कार्ड’ मान्य होंगे, इसके अलावा किसी भी काउंटर पर कोई नकद भुगतान स्वीकार नहीं किया जाएगा, टॉप अप काउंटर ओपीडी, अस्पताल और केंद्रों के भीतर कई स्थानों पर चालू होंगे और 24 घंटे खुले रहेंगे।