BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शनिवार, 03 मई 2025 02:18 PM
  • 33.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. पाकिस्तान में दहशत का माहौल, पीओके में लोगों से कहा – दो महीने का राशन जमा करके रखें
  2. पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ का यूट्यूब चैनल ब्लॉक, भारत की एक और डिजिटल स्ट्राइक
  3. राहुल गांधी के दबाव में सरकार ने जातिगत जनगणना का फैसला लिया : कांग्रेस
  4. नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया-राहुल गांधी को नोटिस
  5. सीएम हेमंत ने रिटायर आईपीएस को अवैध रूप से डीजीपी के पद पर रखा है : बाबूलाल मरांडी
  6. विझिनजाम बंदरगाह का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन, मंच पर दिखे थरूर, प्रधानमंत्री बोले- इस कार्यक्रम से कई लोगों की उड़ेगी नींद
  7. आईपीएल 2025 : एमआई ने ‘तीसरी सबसे बड़ी जीत’ दर्ज कर 17वीं बार बनाया ‘क्लीन स्वीप’ का रिकॉर्ड
  8. खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर जारी किया भड़काऊ बयान
  9. पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर फिर की फायरिंग, अलर्ट सेना ने दिया तगड़ा जवाब
  10. अमेरिकी रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह से की बात, आत्मरक्षा के भारत के अधिकार का किया समर्थन
  11. चुनाव आयोग की तीन नई पहल से सुगम मतदान में मिलेगी मदद
  12. पानी प्रकृति का उपहार है, इस पर राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण : सीएम नायब सिंह सैनी
  13. यूपी की चुनौतियों को सीएम योगी ने किया स्वीकार, नतीजा सबके सामने : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
  14. ‘मामले की गंभीरता को समझें’, सुप्रीम कोर्ट का पहलगाम हमले को लेकर दाखिल याचिका की सुनवाई से इनकार
  15. भारत ने पाकिस्तानी उड़ानों के लिए बंद किया हवाई मार्ग, 23 मई तक लागू रहेगा प्रतिबंध

स्कूली छात्राओं के लिए मुफ्त सैनिटरी पैड की मांग वाली याचिका पर केंद्र, राज्यों को नोटिस

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 29 नवंबर 2022, 4:17 PM IST
स्कूली छात्राओं के लिए मुफ्त सैनिटरी पैड की मांग वाली याचिका पर केंद्र, राज्यों को नोटिस
Read Time:3 Minute, 18 Second

स्कूली छात्राओं के लिए मुफ्त सैनिटरी पैड की मांग वाली याचिका पर केंद्र, राज्यों को नोटिस

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को देशभर के सरकारी स्कूलों में कक्षा छह से 12वीं तक पढ़ने वाली लड़कियों को मुफ्त सैनिटरी पैड मुहैया कराने के लिए दायर याचिका पर केंद्र, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) से जवाब मांगा है। प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा ने कहा कि याचिका में सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में छात्राओं की स्वच्छता का एक महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया गया है और इस मामले में उन्होंने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से मदद मांगी है।

अधिवक्ता वरिंदर कुमार शर्मा के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया है कि 11 से 18 वर्ष की आयु वर्ग की किशोरियां, जो गरीब पृष्ठभूमि से आती हैं, शिक्षा तक पहुंच की कमी के कारण शिक्षा प्राप्त करने में भारी कठिनाइयों का सामना करती हैं, जो एक अधिकार है। संविधान के अनुच्छेद 21अ के तहत और यह शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 के तहत मुफ्त और अनिवार्य है।

याचिका में कहा गया है, “ये किशोरियां, जिन्हें मासिक धर्म और मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में अपने माता-पिता से जानकारी नहीं मिली है, आर्थिक स्थिति और जागरूकता नहीं रहने के कारण गंभीर स्वास्थ्य परिणाम की शिकार होती हैं, इसलिए इन्हें मुफ्त सैनिटरी पैड मुहैया कराया जाना चाहिए।”

यह याचिका मध्यप्रदेश की डॉक्टर जया ठाकुर ने दायर की है।

याचिका में कहा गया है, “दुनिया भर में तीन में से एक लड़की को अपर्याप्त स्वच्छता का सामना करना पड़ता है और कई अन्य को अपनी अवधि के दौरान सामाजिक और सांस्कृतिक सीमाओं का सामना करना पड़ता है।”

इसमें कहा गया है कि मासिक धर्म चक्र के दौरान महिलाओं और लड़कियों के लिए सुरक्षित स्वच्छता तक पहुंच बेहद महत्वपूर्ण है।

याचिका में एक रिपोर्ट का भी हवाला दिया गया है कि उचित मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन सुविधाओं की कमी के कारण हर साल लगभग 2.3 करोड़ लड़कियां स्कूल छोड़ देती हैं।

दलीलें सुनने के बाद शीर्ष अदालत ने मामले में केंद्र, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को नोटिस जारी किया।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *