BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शनिवार, 30 नवंबर 2024 04:08 अपराह्न
  • 26.01°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. संभल मामला : सुप्रीम कोर्ट ने कहा- 8 जनवरी तक केस में कोई एक्शन न लें सर्वे रिपोर्ट भी न खोलें
  2. सत्ता के भूखे लोग जनता से सिर्फ झूठ बोलते आए हैं, विपक्ष पर बरसे प्रधानमंत्री मोदी
  3. चुनाव आयोग की निंदा करें, लेकिन भाषा का रखें ध्यान : सोमनाथ भारती
  4. भाई जगताप को चुनाव आयोग से माफी मांगनी चाहिए : दीपक केसरकर
  5. राज कुंद्रा के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी के बाद शिल्पा शेट्टी के वकील का बयान आया सामने
  6. चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर होने वाली आईसीसी मीटिंग स्थगित
  7. विधानसभा चुनावों के प्रदर्शन की समीक्षा करेगी कांग्रेस, सीडब्ल्यूसी ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
  8. सीडब्ल्यूसी मीटिंग : कांग्रेस में एकजुटता, चुनाव लड़ने के तरीकों और ईवीएम जैसे मुद्दों पर चर्चा
  9. अमेरिका से जुड़े मामले पर विदेश मंत्रालय ने कहा, भारत को ‘निजी फर्मों और व्यक्तियों से जुड़े कानूनी मामले’ पर कोई सूचना नहीं मिली
  10. भाजपा बताए रोहिंग्या सीधे दिल्ली तक कैसे पहुंच रहे हैं? : सौरभ भारद्वाज
  11. कांग्रेस की सीडब्ल्यूसी बैठक में विधानसभा चुनाव परिणामों पर हुई चर्चा : देवेंद्र यादव
  12. कांग्रेस नेता भाई जगताप के बिगड़े बोल- चुनाव आयोग को बताया ‘कुत्ता’
  13. दिल्ली में ‘लॉ एंड आर्डर’ को लेकर केंद्र पर फिर बरसे अरविंद केजरीवाल
  14. संभल हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का जिया उर रहमान बर्क ने किया स्वागत
  15. संभल हिंसा के बाद जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से निपटी

सरकार ने वैक्सीन रिसर्च पर 250 करोड़ रुपये खर्च किए: मंडाविया

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 13 फ़रवरी 2022, 1:49 PM IST
सरकार ने वैक्सीन रिसर्च पर 250 करोड़ रुपये खर्च किए: मंडाविया
0 0
Read Time:4 Minute, 57 Second

सरकार ने वैक्सीन रिसर्च पर 250 करोड़ रुपये खर्च किए: मंडाविया

गांधीनगर, 13 फ़रवरी (बीएनटी न्यूज़)| केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार ने कोविड-19 वायरस का मुकाबला करने के लिए वैक्सीन विकसित करने के लिए रिसर्च पर 250 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

मंडाविया यहां गुजरात भाजपा मुख्यालय में केंद्रीय बजट 2022-23 के लाभों को समझाने के लिए श्री कमलम नामक एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, केंद्र ने कोविड के टीके विकसित करने पर काम कर रहे निजी अनुसंधान संस्थानों के साथ 250 करोड़ रुपये खर्च और साझा किए। हमने बहुत पहले कार्रवाई शुरू कर दी थी क्योंकि हम जानते थे कि टीकाकरण वैश्विक महामारी से लड़ने की कुंजी है। टीके विकसित करने के लिए, अनुसंधान की आवश्यकता थी। अप्रैल 2020 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकारी और निजी दोनों संस्थानों के वैज्ञानिकों को आह्वान किया और उन्हें टीके विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया। केंद्र ने उन्हें वित्त पोषण के साथ समर्थन दिया।

उन्होंने कहा, इसके परिणामस्वरूप, हमारे वैज्ञानिकों ने अन्य विकसित देशों के समानांतर स्वदेशी कोरोना वैक्सीन विकसित की और राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 को शुरू किया गया। हमने तेजी से निर्माण भी शुरू किया और तीसरी लहर आने से पहले, हमने आबादी के एक बड़े हिस्से का टीकाकरण किया। हमने पहली खुराक के साथ 96 प्रतिशत और दूसरी खुराक के साथ 77.5 प्रतिशत टीकाकरण हासिल किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में टीकाकरण के कारण 99.31 प्रतिशत लोगों (पहली और दूसरी खुराक) को कोविड-19 से सुरक्षित रखा गया है।

यह कहते हुए कि भारत इतनी सारी सांस्कृतिक, सामाजिक और वित्तीय विविधताओं वाला एक विशाल देश है, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, इसलिए हमने 25 वर्षों की अवधि को ध्यान में रखते हुए बजट को एक दीर्घकालिक ²ष्टि के साथ एक समावेशी और व्यापक बनाया है। यह प्रधानमंत्री का विजन है और इसलिए हम कह रहे हैं कि बजट अमृत काल के लिए है।

मंडाविया ने आगे कहा, हमने विनिर्माण के लिए आवश्यक 53 कच्चे माल की भी पहचान की, जिसके लिए हम अन्य देशों पर निर्भर थे। हम प्रोडक्ट लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना लेकर आए हैं, जहां भारतीय कच्चे माल की खरीद के कारण प्रोड्यूसर्स को जो नुकसान हो रहा है, उसका 20 प्रतिशत सरकार द्वारा प्रदान किया जा रहा है। सरकार ने पिछले डेढ़ वर्षों में पीएलआई योजना पर 4 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं। हम ऐसी और पीएलआई योजनाओं की योजना बना रहे हैं।

मंत्री ने कहा कि सरकार एक लैंड बैंक बनाने की भी योजना बना रही है, जहां जमीन की उपलब्धता को आसान बनाने के लिए किसी भी उद्देश्य के लिए आवश्यक जमीन डैशबोर्ड पर उपलब्ध होगी।

मंडाविया ने कहा, हम डेटा स्टोरेज और विश्लेषण के लिए डेटा और एनालिटिक्स सेंटर की भी योजना बना रहे हैं। डेटा समय की जरूरत है। सरकार उन लोगों को बुनियादी ढांचा मुहैया कराएगी, जो डेटा विश्लेषण और डेटा भंडारण में शामिल हैं।

मंत्री ने एक राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकसित करने के बारे में भी बताया, जो वैज्ञानिक मूल्यांकन के आधार पर विकासशील उद्योगों के लिए 25 साल की योजना तैयार करने के लिए बनाया जाएगा।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %
ये भी पढ़े

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *