
वैश्विक महामारी से उबरने में अग्रणी रहा है भारत : केंद्रीय मंत्री
कोच्चि, 14 नवंबर (बीएनटी न्यूज़)| भारत एक ‘अत्यधिक’ कुशल और प्रशिक्षित कार्यबल के साथ महामारी प्रभावित दुनिया में वैश्विक सुधार का नेतृत्व करने के मामले में अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में बहुत बेहतर स्थिति में है। केंद्रीय कौशल विकास, उद्यमिता, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शनिवार को यह बात कही। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद अपने गृहराज्य के पहले दौरे पर पहुंचे चंद्रशेखर ने शुक्रवार को यहां केंद्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान (सीएमएफआरआई) में प्रमुख व्यापारिक घरानों, अनुसंधान और शैक्षणिक संस्थानों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिष्ठित लोगों के साथ एक संवाद सत्र को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने कहा, “कई अन्य देशों के विपरीत, महामारी के प्रति भारत की आर्थिक प्रतिक्रिया का उद्देश्य टीके विकसित करने में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना और समाज के सबसे कमजोर वर्ग को महामारी प्रेरित आर्थिक संकट से प्रभावी ढंग से बचाना रहा है। इसके लिए सरकार ने लक्षित नकदी और भोजन वितरित करने, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को विकसित करने और आबादी का टीकाकरण करने पर ध्यान केंद्रित किया। यह दृष्टिकोण कई विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्रियों के विचारों से भिन्न था, जो नकदी वितरण के पक्षधर थे, लेकिन अब तक के हमारे अनुभव से पता चलता है कि नीति ने जमीनी स्तर पर अच्छा काम किया है।”
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि भारत की मध्यम और दीर्घकालिक विकास संभावनाओं में सुधार के लिए सरकार द्वारा उत्पादन की दक्षता में सुधार के उद्देश्य से कई संरचनात्मक सुधार किए गए हैं, इसके साथ ही महामारी से निपटने के लिए तत्काल आवश्यकताओं के साथ समझौता नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष राजकोषीय खर्च को जीडीपी के निचले स्तर पर रखते हुए भारत ने अलग तरह से काम किया है।
उन्होंने कहा कि महत्वाकांक्षी ‘आत्मनिर्भर भारत’ प्रोजेक्ट न केवल टीकों और अर्थव्यवस्था पर केंद्रित है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकतंत्र को मजबूत करने पर भी जोर देता है।
बुनियादी ढांचे के विकास को मजबूत करने के सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए चंद्रशेखर ने ‘पीएम गति शक्ति’ योजना की सराहना की, जो डिजिटल सक्षम ‘सुपर गवर्नेस’ की सुविधा के लिए एक परस्पर प्रणाली का मार्ग प्रशस्त करेगी।