
वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जामिया और इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी का ‘द वायु सागा’
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (बीएनटी न्यूज़)| वायु प्रदूषण देश की राजधानी दिल्ली समेत से दुनिया के कई शहर बुरी तरह प्रभावित है। खास तौर पर विश्व भर के घनी आबादी वाले शहरों में वायु प्रदूषण से कैसे निजात पाई जा सकती है, इसके लिए जामिया मिलिया इस्लामिया और इंग्लैंड की एक यूनिवर्सिटी साथ आए हैं। वायु सागा दिल्ली के वायु प्रदूषण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए ग्रासरूट कॉमिक्स, फोटो बूथ, सोशल मीडिया, गेम और तस्वीरों जैसे मीडिया टूल्स के द्वारा भागीदारी संचार का लाभ उठाने वाला एक अनूठा मीडिया एडवोकेसी कैम्पेन है।
जामिया ने इंग्लिश यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर ‘टैकलिंग एयर पोल्यूशन इन द वल्र्ड’स मोस्ट पोल्युटेड सिटी’ पर मीडिया एडवोकेसी कैम्पेन का आयोजन किया। प्रोजेक्ट ‘स्टोरीटेलिंग फॉर एनवायरनमेंटल चेंज, एयर पॉल्यूशन इन द वल्र्डस मोस्ट पोल्यूटेड सिटी’ ब्रिटिश एकेडमी के ‘मैनिटीज इन सोशल साइंसेज के टैकलिंग ग्लोबल चैलेंज प्रोग्राम द्वारा फंडेड है। यह यूके सरकार के ग्लोबल चैलेंज रिसर्च फंड के तहत समर्थित है। यह पहल जामिया और कील यूनिवर्सिटी, यूके की संयुक्त परियोजना है।
इस अभियान का उद्देश्य वायु प्रदूषण से निपटने के लिए विभिन्न स्टेकहोल्डर्स को शामिल करके जागरूकता प्रसार के लिए एक एडवोकेसी कैम्पेन को डिजाइन करना और उसे अमल में लाना है। डॉ. प्रगति पॉल सीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर, एजेके-एमसीआरसी के अनुसार, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को प्रदूषण को कम करने और व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर प्रदूषण को रोकने के लिए कार्रवाई करने के तरीकों पर जागरूकता पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सामाजिक व्यवहार परिवर्तन संचार रणनीतियों का उपयोग करना है।
कैम्पेन में 21 छात्रों द्वारा की गई कड़ी मेहनत के विजुअल रिप्रेजेंटेशन के साथ गैलरी को खोला गया। इस कार्यक्रम में एम.ए. डेवलपमेंट कम्युनिकेशन के छात्रों और जामिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों द्वारा सचित्र ग्रासरूट कॉमिक्स सीरीज, ‘वायुनामा’ का प्रदर्शन शामिल था। छात्रों द्वारा निर्मित रेडियो और वीडियो पीएसए की स्क्रीनिंग के साथ फोटोग्राफी प्रतियोगिता, ‘हाल-ए-दिल्ली’ की तस्वीरें भी प्रदर्शित की गईं। कम्युनिटी गेम, वायु हॉप और फोटोबूथ, तस्वीरें बोलती हैं जैसी सहभागिता गतिविधियां प्रतिभागियों के बीच मुख्य आकर्षण थीं।
इस आयोजन में लगभग 800 लोगों का टर्नओवर देखा गया, जिसने इस आयोजन को एक बड़ी सफलता में बदल दिया। छात्रों ने विभिन्न गतिविधियों का उपयोग करके इस अभियान की योजना बनाने और उसे क्रियान्वित करने में बहुत प्रयास किया है और अपने काम को महान सौंदर्य कौशल के साथ प्रदर्शित किया है।
प्रोफेसर मोहम्मद कासिम, मानद निदेशक, एजेके-एमसीआरसी, जामिया ने कहा, वायु प्रदूषण विशेष रूप से दिल्ली के लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण समकालीन मुद्दों में से एक है।