
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से विदेश जाने वाले प्रतिनिधिमंडल की सूची सामने आने के बाद कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाया है। इस बीच, भाजपा प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को अपने कार्यकर्ताओं और सांसदों पर भी भरोसा नहीं है।
भाजपा प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने बीएनटी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, “कांग्रेस पार्टी को अब देश की जनता पर भरोसा नहीं रहा, न ही उसे चुनाव आयोग, सुप्रीम कोर्ट या संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा है। अब तो कांग्रेस को अपने कार्यकर्ताओं और सांसदों पर भी भरोसा नहीं रहा। कांग्रेस पार्टी को क्या हो गया है? राहुल गांधी उसे कहां ले जा रहे हैं? शशि थरूर विदेश जा रहे हैं, क्या हमें इस पर खुश होना चाहिए या आपत्ति करनी चाहिए? आखिर कांग्रेस पार्टी को हो क्या रहा है?”
सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर की सफलता, भारत की निर्णायक कार्रवाई और इसकी वीरतापूर्ण विरासत को उजागर करने के लिए सात प्रतिनिधिमंडल बनाए गए हैं। सातों प्रतिनिधिमंडलों में अनुभवी नेता और आईएफएस अधिकारी शामिल हैं, जो भारत की वीरता को साझा करने और ‘आतंकवाद’ को उजागर करने के लिए विभिन्न देशों का दौरा करेंगे। यह प्रधानमंत्री मोदी का बहुत ही सराहनीय निर्णय है। साथ ही हमारा प्रतिनिधिमंडल ‘आतंकिस्तान’ को एक्सपोज करने का काम करेगा।”
शाहनवाज हुसैन ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी को पता होना चाहिए कि जब 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी घटना हुई तो प्रधानमंत्री मोदी तुरंत सऊदी अरब की अपनी यात्रा बीच में छोड़कर देश लौट आए थे। झंझारपुर में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा था कि जवाब इतना कड़ा होगा कि आतंकवादियों और उनके आकाओं ने भी इसकी कल्पना नहीं की होगी। उसके बाद कैबिनेट की सुरक्षा समिति की बैठक हुई और उसमें पाकिस्तान का पानी बंद करने का निर्णय लिया गया। साथ ही बॉर्डर और एयरस्पेस बंद करने जैसे अहम निर्णय लिए गए। इसके बाद भारतीय सेना को भी पूरी छूट दी गई।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने पाकिस्तान को बताकर उनके घर में घुसकर मारा है। पाकिस्तान ने न्यूक्लियर अटैक की धमकी दी थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के घर में घुसकर उसकी नाक काट ली। भारतीय सेना के शौर्य पर पूरा देश जश्न मना रहा है। लेकिन, राहुल गांधी सवाल उठा रहे हैं। मुझे लगता है कि राहुल गांधी को सवाल उठाने के बजाए सेना के शौर्य की सराहना करनी चाहिए।