
बीएनटी न्यूज़
पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। तेज प्रताप को पार्टी से निकाले जाने को जदयू जहां इसे ‘आई वॉश’ बता रहा है, वहीं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा इसे दिखावा बता रहा है।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और बिहार के मंत्री संतोष कुमार सुमन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तेजप्रताप यादव का पार्टी से निष्कासन सिर्फ ‘दिखावा’ है और कुछ नहीं है। लालू प्रसाद यादव को इस पूरे प्रकरण की पहले से जानकारी होगी, लेकिन उन्होंने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। पार्टी से निष्कासन और परिवार से अलग करने की प्रक्रिया केवल औपचारिकता और दिखावा है। वैसे यह उनका पारिवारिक और व्यक्तिगत मामला है।
इधर, जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि लालू यादव जब तक तेजप्रताप के विधानसभा की सदस्यता समाप्त करने की प्रक्रिया की शुरुआत और कानूनी रूप से वसीयत से बाहर नहीं करते हैं, तब तक यह निर्णय आई वॉश ही लगता है। लालू यादव परिवार में मचे घमासान पर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, “स्वाभाविक है कि जब तेजप्रताप को पार्टी ने निकाल दिया है, ऐसी स्थिति में यह स्वाभाविक है और यह नैतिक धर्म है कि आप विधानसभा की सदस्यता समाप्त करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को आवेदन दीजिए। साथ ही साथ लालू यादव वसीयतनामा जारी कीजिए कि आपने तेजप्रताप यादव को अपने परिवार से अलग कर दिया।”
उन्होंने आगे कहा, “बिहार की जनता यह जानना चाहती है कि वसीयतनामा में आपने तेजप्रताप यादव को अलग किया या नहीं? क्योंकि अर्जित संपत्ति में उनका हिस्सा होगा। अर्जित संपत्ति के वह हिस्सेदार होंगे कि नहीं, पैतृक संपत्ति तो एक बीघा उसकी कोई कीमत नहीं। आपकी पटना में 43 बीघा जमीन है, दिल्ली, औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर में भी परिवार की संपत्ति है। आपके परिवार की जो पूरी संपत्ति है, इसके हकदार तेजप्रताप हैं कि नहीं, यह स्पष्ट करें।”
जदयू के नेता नीरज कुमार ने आगे कहा कि कौन बिहार या देश का नागरिक होगा जो बेटी के सम्मान में खड़ा नहीं होगा। अगर बेटी के साथ गलत होता है तो वह गलत होता है, चाहे वह किसी की बेटी हो। उन्होंने कहा कि जब बहु ऐश्वर्या के साथ गलत घटना हुई, तब लालू यादव की जुबान खामोश रह गई। उन्होंने आगे कहा कि अभी तो मामला ऐश्वर्या को भी न्याय देने का है। उसके जीवन का क्या होगा? बेटियों का सम्मान करना हमारा संस्कार है।
बता दें कि रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने एक पोस्ट के जरिए अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था।
लालू ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है। अपने निजी जीवन का भला-बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे, वे स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूं। परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सार्वजनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है।”
यह फैसला उस वायरल तस्वीर और वीडियो के आधार पर लिया गया जिसमें तेज प्रताप किसी महिला के साथ दिखे थे और उन्होंने खुद एक पोस्ट लिखकर रिश्ते पर मुहर लगाई थी। हालांकि जब मामले ने तूल पकड़ा, तो इसे हटा भी लिया। बाद में उन्होंने सफाई में कहा कि उनका अकाउंट हैक कर लिया गया था।