
बीएनटी न्यूज़
पटना। बिहार भाजपा प्रदेश परिषद की बैठक में मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और परिषद के प्रभारी मनोहर लाल खट्टर ने औपचारिक रूप से दिलीप जायसवाल का नाम प्रदेश अध्यक्ष के रूप में घोषित किया।
पटना के बापू सभागार में आयोजित प्रदेश परिषद की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष की औपचारिक घोषणा के बाद दिलीप जायसवाल ने परिषद के प्रभारी और पर्यवेक्षक मनोहर लाल सहित उपस्थित सभी लोगों का आभार जताते हुए कहा कि हमें ऐसा संगठन बनाना है, जो चट्टानी एकता दिखाए।
उन्होंने उपस्थित लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा, जिससे संगठन और मजबूत होगा। भाजपा समर्थ और समृद्ध राष्ट्र बनाने को लेकर काम करती है। भाजपा सिद्धांतों और आदर्शों पर आधारित पार्टी है, यह किसी परिवार, जाति या वर्ग विशेष की पार्टी नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता देश की दूसरी सेना हैं। एक सेना अगर सीमा पर देश की रक्षा करती है तो भाजपा के कार्यकर्ता देश के भीतर देश की विचारधारा और संस्कृति को जीवित रखने का कार्य करते हैं। उन्होंने लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि वे कार्यकर्ताओं को सम्मान देने का काम करेंगे। भाजपा के कार्यकर्ता हर वक्त राष्ट्र सेवा में लगे रहते हैं।
उन्होंने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि ‘सफर का नया सिलसिला बना है, आसमान तक भी रास्ता बनाना है।’ हम आगे बढ़ेंगे। उठो, जागो और देश की सेवा में लगो, देश की संस्कृति की रक्षा के लिए आगे आओ।
इससे पहले दिलीप जायसवाल ने सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष के लिए पार्टी के चुनाव पदाधिकारी सह प्रदेश महामंत्री राजेश वर्मा के सामने नामांकन का पर्चा दाखिल किया था। उनके अलावा किसी अन्य नेता ने पर्चा दाखिल नहीं किया।
नियम के मुताबिक, दिलीप जायसवाल 2027 तक प्रदेश अध्यक्ष रहेंगे। पार्टी की ओर से सम्राट चौधरी को हटाकर जुलाई 2024 से ही दिलीप जायसवाल को अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
इसके बाद इस चुनाव के पहले पार्टी के सिद्धांत ‘एक व्यक्ति-एक पद’ को देखते हुए 27 फरवरी को दिलीप जायसवाल ने बिहार सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया था।