BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2025 10:47 PM
  • 20.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. ‘हम’ के ‘दलित समागम’ में पहुंचे सीएम नीतीश कुमार, मांझी ने दलित आरक्षण का उठाया मुद्दा
  2. ‘जहान-ए-खुसरो’ के आयोजन में हिंदुस्तान की माटी की खुशबू : पीएम मोदी
  3. अमित शाह ने दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर की उच्च स्तरीय बैठक
  4. कैग रिपोर्ट : 40 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को आयरन-फोलिक एसिड की गोलियां भी नहीं दे पाई ‘आप’ सरकार
  5. भारत के साथ साझेदारी हमारे लिए अहम : प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद यूरोपीय संघ प्रमुख
  6. इलाहाबाद हाई कोर्ट का फैसला, संभल में जामा मस्जिद की नहीं होगी रंगाई-पुताई
  7. दिल्ली विधानसभा में विपक्षी विधायकों के साथ अन्याय, आतिशी ने लिखा विजेंद्र गुप्ता को पत्र
  8. पुणे रेप केस : आरोपी दत्तात्रय गाडे को गिरफ्तार किया गया, रिश्तेदारों ने दी थी पुलिस को सूचना
  9. आयुष क्षेत्र ने समग्र कल्याण, अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई: पीएम मोदी
  10. दिल्ली में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, आईएएस मधु रानी तेवतिया बनीं सीएम रेखा गुप्ता की सचिव
  11. बिहार विधानसभा चुनाव के बाद विलुप्त हो जाएगा इंडी अलायंस : शांभवी चौधरी
  12. एमके स्टालिन के ‘हिंदी विरोध’ पर अश्विनी वैष्णव ने पूछा, क्या राहुल गांधी सहमत हैं?
  13. नीतीश के बाद निशांत संभालेंगे जदयू की कमान : गोपाल मंडल
  14. बिहार सरकार के सात नए मंत्रियों को मिले विभाग, संजय सरावगी को राजस्व और भूमि सुधार की जिम्मेदारी
  15. पुणे बस दुष्कर्म मामला: आरोपी के बारे में जानकारी देने वाले को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा

एमके स्टालिन के ‘हिंदी विरोध’ पर अश्विनी वैष्णव ने पूछा, क्या राहुल गांधी सहमत हैं?

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 28 फ़रवरी 2025, 7:28 AM IST
एमके स्टालिन के ‘हिंदी विरोध’ पर अश्विनी वैष्णव ने पूछा, क्या राहुल गांधी सहमत हैं?
Read Time:3 Minute, 5 Second

बीएनटी न्यूज़

चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुरुवार को केंद्र की मोदी सरकार पर गैर-हिंदी भाषी राज्यों पर हिंदी थोपने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सरकार राज्य में हिंदी को लागू करने की इजाजत नहीं देगी और तमिल भाषा तथा संस्कृति की रक्षा करेगी।

द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (द्रमुक) सरकार का दावा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत तीन भाषा के फॉर्मूले के जरिए हिंदी थोपने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में दूसरी छोटी भाषाओं के कुछ उदाहरण देते हुए लिखा कि वह हिंदी थोपने का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि हिंदी एक मुखौटा है, जबकि संस्कृत इसका छिपा हुआ चेहरा है।

स्टालिन ने लिखा, “अन्य राज्यों से आए मेरे प्रिय बहनों और भाइयों, कभी सोचा है कि हिंदी ने कितनी भारतीय भाषाओं को निगल लिया है? भोजपुरी, मैथिली, अवधी, ब्रज, बुंदेली, गढ़वाली, कुमाऊंनी, मगही, मारवाड़ी, मालवी, छत्तीसगढ़ी, संथाली, अंगिका, हो, खड़िया, खोरठा, कुरमाली, कुरुख, मुंडारी और कई अन्य भाषाएं अब अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही हैं।”

उन्होंने लिखा कि एक अखंड हिंदी पहचान की कोशिश ही प्राचीन मातृभाषाओं को खत्म कर रही है। उत्तर प्रदेश और बिहार कभी भी “सिर्फ हिंदी प्रदेश” नहीं रहे। उनकी वास्तविक भाषाएं अब अतीत की चीजें हैं।

उन्होंने लिखा, “तमिलनाडु इसका विरोध करता है, क्योंकि हम जानते हैं कि इसका अंत कहां होगा। तमिल लोग जाग चुके थे; तमिल संस्कृति ने खुद को बचाए रखा! कुछ भाषाओं ने हिंदी के सामने घुटने टेक दिए; वे लुप्त हो गईं, बिना यह जाने कि वे कहां हैं!”

स्टालिन की पोस्ट पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “समाज को बांटने की ऐसी क्षुद्र कोशिशों से खराब शासन पर कभी पर्दा नहीं डाला जा सकता। यह जानना दिलचस्प होगा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इस विषय पर क्या कहते हैं। क्या एक हिंदी भाषी सीट से सांसद होने के बावजूद वह इस बात से सहमत हैं?”

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *