
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। भारतीय सेना की ओर से मंगलवार-बुधवार की रात 25 मिनट तक चले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकियों के 9 ठिकानों पर अटैक किया। इस एयर स्ट्राइक के बारे में भारतीय सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय ने संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग के जरिए जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि 25 मिनट में आतंकियों की पनाहगाहों को चुन-चुन कर मिट्टी में मिलाया गया। इनमें वो ठिकाने भी थे जहां कभी कसाब और हेडली जैसे आतंकियों को प्रशिक्षित किया गया था।
वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मंगलवार-बुधवार देर रात 1 बजकर 5 मिनट से 1 बजकर 30 मिनट के बीच ये हमला किया गया था। पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया। नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया और उन्हें सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एयर स्ट्राइक से जुड़ी एक क्लिप भी दिखाई गई, जिसमें बताया गया कि इस ऑपरेशन के दौरान 9 टारगेट चुने गए थे। इस स्ट्राइक में लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर्स को टारगेट कर तबाह कर दिया गया।
सैन्य अफसरों ने बताया, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत मुजफ्फराबाद में मौजूद लश्कर के सवाई नाला ट्रेनिंग सेंटर को निशाना बनाया गया। सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमले के आतंकियों ने यहीं ट्रेनिंग ली थी। इसके अलावा, मुजफ्फराबाद के ही सैयदना बिलाल कैंप पर अटैक किया गया। इस कैंप का इस्तेमाल आतंकियों को हथियार, विस्फोटक और ट्रेनिंग देने के लिए किया जाता था।
इसके अलावा, गुरपुर के कोटली में लश्कर के कैंप को तबाह किया गया। साथ ही भिम्बर के बरनाला कैंप, कोटली के अब्बास कैंप को निशाना बनाया गया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सियालकोट के सरजल कैंप को भी तबाह किया गया। इस कैंप से ट्रेनिंग करने वाले आतंकियों ने ही मार्च 2025 में पुलिस जवानों की हत्या की थी। वहीं, मुरीदके का मरकज तैयबा कैंप लश्कर का पुराना ठिकाना है। इसी कैंप से अजमल कसाब और हेडली ने ट्रेनिंग ली थी। भारतीय सेना ने अपने ऑपरेशन के दौरान इस कैंप को भी नेस्तनाबूद कर दिया। इसके अलावा, बहावलपुर स्थित मरकज सुभानअल्लाह को ध्वस्त किया गया है, ये जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था और यहीं पर जैश के नेता जुटते थे।
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि किसी तरह की नागरिक क्षति की रिपोर्ट नहीं गई है और रिहायशी इलाकों को भी निशाना नहीं बनाया गया है।