
बीएनटी न्यूज़
रांची। झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस पार्टी पर ओबीसी विरोधी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने सोमवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास पिछड़ा विरोधी है। आज भी वह इसी परंपरा को आगे बढ़ा रही है। यह कांग्रेस ही है, जिसने कभी पिछड़ा वर्ग आयोग तक को मान्यता देने से इनकार कर दिया था।
भाजपा नेता ने कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार तुष्टिकरण की राजनीति में इस कदर अंधी हो गई है कि उसने ओबीसी समुदाय के आरक्षण में सेंध लगाकर सरकारी ठेकों में मुस्लिम समुदाय को 4 प्रतिशत आरक्षण प्रदान कर दिया है।
उन्होंने सवाल उठाया कि एक तरफ राहुल गांधी संविधान की ‘लाल किताब’ लेकर पूरे देश में घूमते हैं और ओबीसी समुदाय के प्रति आंसू बहाते हैं, लेकिन उनके नेतृत्व वाली पार्टी का यह निर्णय न केवल अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की पराकाष्ठा है, बल्कि ओबीसी, एससी और एसटी समुदायों के संवैधानिक अधिकारों पर एक खुला हमला भी है।
झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ओबीसी कोटे से चार प्रतिशत आरक्षण काटकर ‘कैटेगरी-II बी’ के तहत मुस्लिम ठेकेदारों को दिया है। यह निर्णय सामाजिक न्याय की भावना के विपरीत है।
उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व से पूछा कि क्या कांग्रेस का यही तथाकथित “सामाजिक न्याय” है, जिसमें बहुसंख्यक वंचित वर्गों के अधिकारों को छीनकर तुष्टिकरण की राजनीति की जाती है?
मरांडी ने सोमवार को झारखंड विधानसभा परिसर में मीडिया से बात करते हुए राज्य में जातीय सर्वेक्षण कराने की सरकार की घोषणा पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसा करना चाहती है तो उसे किसने रोका है? वह जातीय जनगणना का एक मॉडल तो सामने लाए।
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने ओबीसी का ट्रिपल टेस्ट सर्वे कराने के नाम पर दो वर्षों से राज्य के नगर निकायों का चुनाव रोक रखा है। ऐसे में इस सरकार से भला क्या उम्मीद की जा सकती है?