
बीएनटी न्यूज़
गाजियाबाद। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार की तरफ से सिंधु जल संधि रद्द करके पाकिस्तान को पानी नहीं देने के फैसले पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोमवार को अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने जरूरत पड़ने पर अपने ट्रैक्टर और मिट्टी ले जाने की बात कही।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ युद्ध के आसार होने पर राकेश टिकैत ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “ये सरकार के फैसले होते हैं, इसमें सरकार ही निर्णय ले सकती है कि कैसे और कहां किस समय युद्ध करना है। सरकार को इस मामले में कड़ा फैसला लेना चाहिए।”
भारत सरकार की तरफ से सिंधु जल समझौता, 1960 को निरस्त करने और पाकिस्तान को पानी नहीं देने के फैसले पर उन्होंने कहा, “सरकार को जरूरत होगी तो हम अपने ट्रैक्टर और मिट्टी लेकर बॉर्डर पर जाएंगे। हम किसान हैं, हमें पता है कि पानी कहां और कैसे रोकना है, तकनीकी तौर पर हम लोग बता सकते हैं कि पानी को कैसे रोककर उसे डायवर्ट किया जा सकता है।”
पंजाब और हरियाणा के बीच पानी को लेकर चल रहे विवाद पर राकेश टिकैत ने भाईचारे की तरह दोनों राज्यों के विवाद सुलझाने की सलाह दी। राकेश टिकैत ने कहा, “यह काफी लंबे समय से विवाद चल रहा है। जब दिल्ली आंदोलन चला था तब भी यह बात शुरू हुई थी। उस समय भी हमने कहा था कि इससे किसानों को नुकसान होगा क्योंकि यह मामला कोर्ट में है। दोनों राज्य आपस में लड़ाई न रखें, इससे किसान यूनियन में दरार आ सकती है। इस फैसले को सरकार और कोर्ट पर छोड़ देना चाहिए और उन्हें इसका समाधान निकालने देना चाहिए।”
इससे पहले, पंजाब सरकार के जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने रविवार को कहा था कि पंजाब के खेतों को सुखाकर किसी और को पानी नहीं दिया जा सकता। राज्य सरकार पंजाब के पानी की रक्षा के लिए हर कदम उठाएगी।