
बीएनटी न्यूज़
रांची। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को गुजरात दौरे के दौरान कई कांग्रेस नेताओं के भाजपा से मिले होने का दावा किया था। अब पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के. राजू ने झारखंड के संदर्भ में भी ऐसा ही बयान दिया है।
दुमका में रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड में कांग्रेस के कई नेताओं की भाजपा से मिलीभगत और पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता की शिकायतें मिली हैं। पार्टी का नेतृत्व ऐसे लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा।
के. राजू हाल ही में झारखंड कांग्रेस के प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि वह राज्य के अलग-अलग जिलों और प्रखंडों का दौरा कर रहे हैं। सभी जगहों पर यह फीडबैक मिल रहा है कि कांग्रेस के कई नेता-कार्यकर्ता भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं। हम ऐसे लोगों की गतिविधियों पर बारीकी से निगाह रख रहे हैं। पार्टी की मजबूती के लिए ऐसे तत्वों की सफाई जरूरी है।
कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि पिछले साल लोकसभा और हाल में राज्य विधानसभा चुनाव के दौरान भी उम्मीदवारों ने कुछ नेताओं-कार्यकर्ताओं की पार्टी विरोधी गतिविधियों के बारे में शिकायतें की थीं। हमें पता है कि भारतीय जनता पार्टी ऐसे तमाम हथकंडे अपनाती है, जिससे कांग्रेस को कमजोर किया जा सके। इस स्थिति में कांग्रेस को अलर्ट रहने की जरूरत है।
दुमका में झारखंड के कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ विभिन्न स्तरों पर मीटिंग में के. राजू ने कहा कि हमें जनता के साथ जुड़ने और जमीनी स्तर पर कनेक्ट स्थापित करने के लिए पूरी ऊर्जा के साथ काम करने की जरूरत है। हमारा उद्देश्य सिर्फ चुनाव लड़ना नहीं, बल्कि जनता की समस्याओं और उनके मुद्दों को हल करने के लगातार प्रयास करना है। महिलाओं और युवाओं को संगठन में प्राथमिकता देने और दलितों, पिछड़ों एवं अल्पसंख्यकों को साथ लेकर चलने के लिए हम कृतसंकल्प हैं।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे जनसमस्याओं की जानकारी विधायकों को लगातार दें। विधायकों को निर्देश दिया गया है कि वे जनमुद्दों को पूरी गंभीरता के साथ सदन में उठाएं और प्रशासन के साथ तालमेल कर समस्याओं के समाधान की दिशा में कदम उठाएं। झारखंड सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह, झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, विधायक दल के नेता प्रदीप यादव भी मौजूद रहे।