
बीएनटी न्यूज़
चेन्नई। तमिलनाडु की सियासत में शुक्रवार को एक बड़ा बदलाव देखने को मिला। भाजपा और एआईएडीएमके ने एक बार फिर हाथ मिला लिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस गठबंधन की घोषणा की। उन्होंने बताया कि तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में एनडीए के बैनर तले एआईएडीएमके, भाजपा और अन्य सहयोगी दल एक साथ आकर चुनाव लड़ेंगे।
अमित शाह ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज एआईएडीएमके और भाजपा के नेताओं ने मिलकर तय किया है कि आने वाला तमिलनाडु विधानसभा चुनाव एआईएडीएमके, भाजपा और सभी साथी दल मिलकर एनडीए के रूप में एक साथ लड़ेंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ये चुनाव दो स्तरों पर लड़ा जाएगा, राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और राज्य स्तर पर एआईएडीएमके नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी के नेतृत्व में।
एआईएडीएमके और भाजपा के पुराने रिश्तों का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, “एआईएडीएमके 1998 से एनडीए गठबंधन का हिस्सा रही है। महान जयललिता जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लंबे समय तक राष्ट्रीय राजनीति में मिलकर कार्य किया है। यह गठबंधन सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि विश्वास और विकास का गठबंधन है। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में जो चुनाव होने वाला है, उसमें एनडीए फिर से प्रचंड बहुमत हासिल करेगा और तमिलनाडु में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनेगी।”
शाह ने आगे कहा कि तमिलनाडु के अंदर डीएमके सनातन धर्म, फ्री लैंग्वेज पॉलिसी और अन्य मुद्दे उठा रही है। इसका एकमात्र उद्देश्य मूल मुद्दों से जनता का ध्यान हटाना है। आने वाले चुनाव में डीएमके सरकार के घनघोर भ्रष्टाचार, खराब कानून-व्यवस्था, दलितों और महिलाओं पर अत्याचार के मुद्दों पर तमिलनाडु की जनता वोट करने जा रही है। मुझे विश्वास है कि एनडीए आगामी चुनावों में एक और शानदार जीत हासिल करेगा, इससे तमिलनाडु में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनेगी।