
बीएनटी न्यूज़
पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय पहुंचे। उनके साथ उनकी बेटी मीसा भारती भी कार्यालय पहुंची हैं। ईडी उनसे ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले मामले में पूछताछ करेगी। ईडी ने इस मामले में मंगलवार को लालू यादव की पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके बेटे तेज प्रताप यादव से करीब चार से पांच घंटे पूछताछ की थी।
लालू प्रसाद यादव के दफ्तर पहुंचने के दौरान बड़ी संख्या में राजद कार्यकर्ता भी ईडी कार्यालय के बाहर जुट गए और प्रदर्शन करने लगे। इस मामले में लालू यादव से पहले भी ईडी पूछताछ कर चुकी है।
बताया जाता है कि रेलवे में कथित ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले मामले में ईडी ने लालू यादव के परिवार के सदस्यों को पूछताछ के लिए बुलाया है। लालू यादव के परिवार के अन्य सदस्यों से भी ईडी पूछताछ कर सकती है।
वहीं, राजद नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि ‘पूछताछ’ कोई नया प्रयोग नहीं है। ईडी ने जिन मामलों को लेकर तलब किया है, उन मामलों को सीबीआई ने 2004 से 2014 के बीच जांच के दौरान बंद कर दिया था। यह मामला जांच के योग्य नहीं है।
उन्होंने कहा, “सत्ता बदलते ही मामले को रीओपन किया जाता है और समन भेजा जाता है। जब-जब चुनाव आते हैं समन आता है। यह चुनावी समन है। संवैधानिक संस्थाएं देश के सत्ता प्रतिष्ठान के रूप में काम करें तो साख तो मिटेंगी ही, यह लाजमी है।”
आरोप है कि रेल मंत्री रहते लालू यादव ने रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर नियमों की अनदेखी करते हुए कई अभ्यर्थियों को नौकरी दी थी। इसके बदले में लालू परिवार और उनके करीबियों के नाम पर बेशकीमती जमीनें बहुत ही कम दामों पर लिखवाई गई थीं। सीबीआई इस केस के आपराधिक पहलू की जांच कर रही है। वहीं, ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से इसकी जांच में जुटी है।