BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शुक्रवार, 06 जून 2025 11:21 PM
  • 32.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. कनाडा ने भारत को दिया जी-7 सम्मेलन का न्योता, पीएम मोदी ने दी जानकारी
  2. बिहार बन गया है ‘क्राइम कैपिटल ऑफ इंडिया’: राहुल गांधी
  3. ऑपरेशन सिंदूर को लेकर राहुल गांधी का पीएम मोदी पर हमला, कहा- ट्रंप के दबाव में हुए थे सरेंडर
  4. चार देशों की यात्रा से लौटने के बाद विदेश मंत्री से मिला सुप्रिया सुले के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल
  5. बकरीद को लेकर राज्य सरकारें अलर्ट, प्रतिबंधित कुर्बानी और सोशल मीडिया पर सख्त नजर
  6. दिल्ली : सीएम रेखा गुप्ता को मिली जान से मारने की धमकी, सुरक्षा बढ़ाई गई
  7. जम्मू-कश्मीर में पीएम मोदी के आगमन से गदगद स्थानीय बाशिंदे, बोले – ‘मोदी है, तो मुमकिन है’
  8. सेबी ने मेहुल चोकसी के बैंक अकाउंट्स और इन्वेस्टमेंट्स को फ्रीज किया
  9. वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण के लिए बड़ी पहल, किरेन रिजिजू ने लॉन्च किया ‘उम्मीद’ पोर्टल
  10. आरबीआई ने गोल्ड लोन-टू-वैल्यू रेश्यो को बढ़ाकर 85 प्रतिशत किया
  11. पाकिस्तान कभी भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम सुनेगा तो उसे अपनी शर्मनाक शिकस्त याद आएगी : पीएम मोदी
  12. प्रधानमंत्री मोदी ने चेनाब पुल पर तिरंगा लहराया, पहलगाम की साजिश रचने वालों को करारा जवाब
  13. सीएम अब्दुल्ला ने पीएम मोदी, पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की तारीफ में पढ़े कसीदे, कहा- जो ख्वाब अंग्रेज पूरा नहीं कर पाए वो पूरा हुआ
  14. जम्मू-कश्मीर : कटरा में बोले पीएम मोदी, ‘ हमारी सरकार ने चुनौती को ही चुनौती देने का रास्ता चुना’
  15. बेंगलुरु भगदड़: कर्नाटक के मुख्यमंत्री के आवास पर सुरक्षा कड़ी की गई; भाजपा ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए

बेंगलुरु भगदड़ को लेकर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कर्नाटक सरकार से पूछे गंभीर सवाल

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 06 जून 2025, 12:23 AM IST
बेंगलुरु भगदड़ को लेकर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कर्नाटक सरकार से पूछे गंभीर सवाल
Read Time:4 Minute, 59 Second

बीएनटी न्यूज़

नई दिल्ली। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ को लेकर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह दुखद घटना न केवल कर्नाटक, बल्कि पूरे भारत के लिए शर्मनाक है। उन्होंने इस हादसे में 11 लोगों की मौत पर गहरा दुख जताया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

पात्रा ने कहा, “हम सभी इस दुखद प्रेस वार्ता में शामिल हैं। काश हमें यह प्रेस वार्ता न करनी पड़ती। चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ में 11 बेगुनाह लोगों की जान चली गई। हम शोक प्रकट करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनके परिवारों को धैर्य और शक्ति मिले।”

पात्रा ने इस घटना को महज हादसा नहीं, बल्कि सरकार की वजह से हुई भगदड़ बताया।

उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बयान पर नाराजगी जताई, जिसमें उन्होंने कहा था कि ऐसी भगदड़ अन्य जगहों पर भी होती रहती है। पात्रा ने इसे गैर-जिम्मेदाराना बयान करार देते हुए कहा, “मुख्यमंत्री इसे सामान्य बताने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि 11 लोगों की जान चली गईं। न भारत, न कर्नाटक और न ही बेंगलुरु के लोग मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को माफ करेंगे।”

उन्होंने सवाल उठाया कि चिन्नास्वामी स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 लोगों की है, फिर तीन लाख लोगों को विजय जुलूस में शामिल होने की अनुमति कैसे दी गई? पात्रा ने कहा, “खबरें आ रही हैं कि पुलिस ने इस विजय जुलूस के लिए कोई अनुमति नहीं दी थी। फिर भी यह आयोजन किसके कहने पर हुआ? पुलिस और आयोजकों के बीच कोई तालमेल क्यों नहीं था?”

उन्होंने यह भी पूछा कि जब लोग मर रहे थे, तब भी उत्सव क्यों जारी रहा? लोगों की लाशों पर मुस्कुराते हुए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री तस्वीरें खिंचवाना चाहते थे। यह पहली बार है कि हिंदुस्तान में मौतों के बीच उत्सव देखा गया।”

पात्रा ने आरोप लगाया कि यह सब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच आपसी अनबन का नतीजा है।

उन्होंने कहा, “12 घंटे के भीतर यह विजय जुलूस आयोजित किया गया, क्योंकि दोनों नेता अपनी तस्वीरें खिंचवाना चाहते थे। नतीजा 11 लोगों की मौत और 50 से अधिक लोगों का गंभीर रूप से घायल होना है।”

उन्होंने बताया कि पहले भी मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में क्रिकेट जीत के बाद विजय जुलूस हुए, लेकिन वे दो, तीन या पांच दिन बाद आयोजित किए गए, ताकि व्यवस्था सुनिश्चित हो सके।

पात्रा ने अभिनेता अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए सवाल किया, “जिस आधार पर अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार किया गया, क्या उसी आधार पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को भी गिरफ्तार किया जाएगा? आम लोगों के लिए एक नियम और नेताओं के लिए दूसरा नियम क्यों?”

उन्होंने यह भी पूछा कि इस आयोजन को किसने मंजूरी दी और जोखिम प्रबंधन पर क्या अध्ययन हुआ? “मौतों के बावजूद उत्सव को जारी रखने की अनुमति किसने दी? क्या वहां एम्बुलेंस और चिकित्सा आपातकाल की व्यवस्था थी?”

पात्रा ने एक वीडियो का हवाला दिया, जिसमें डीके शिवकुमार किसी व्यक्ति को कैमरे के सामने से धक्का देते और गर्दन पकड़कर हटाते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा, “उनके लिए भीड़ प्रबंधन से ज्यादा तस्वीरें जरूरी थीं।”

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *