
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। शिवसेना (यूबीटी) नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने मंगलवार को भाजपा पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने राहुल गांधी और पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर की कथित तस्वीर को लेकर भाजपा द्वारा उठाए गए सवालों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। चतुर्वेदी ने कहा कि यह समय राजनीति का नहीं, बल्कि देशहित में एकजुट होकर खड़े होने का है।
बीएनटी न्यूज़ से बात करते हुए प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जब दोनों सदनों के नेता विपक्ष सरकार और सेना के समर्थन में खड़े हैं, जब सभी दलों ने सर्वदलीय बैठक में स्पष्ट कहा कि सरकार को पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए, तब भाजपा की सोशल मीडिया टीम इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है। मध्य प्रदेश के मंत्रियों से लेकर अन्य भाजपा नेता भी गैर-जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि विपक्ष देशहित में अपने राजनीतिक मतभेदों को एक ओर रखकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि हम एकजुट होकर देश के हित में बात कर रहे हैं। हम दुनिया भर में पाकिस्तान की सच्चाई उजागर करेंगे। मैं खुद 26/11 की पीड़ित हूं, मैंने वह दर्द देखा है। हमें अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को बेनकाब करना है और विपक्ष इस कार्य में पीछे नहीं हटेगा।
जब उनसे पूछा गया कि राहुल गांधी को पाकिस्तान की मीडिया में ज्यादा तवज्जो मिल रही है, तो चतुर्वेदी ने कहा कि यह कहना हास्यास्पद है। हमारे यहां भी पाकिस्तानी विपक्षी नेताओं को टीआरपी के लिए टीवी पर बुलाया जाता है। ऐसे आरोप लगाना केवल ध्यान भटकाना है। हमें यह देखना होगा कि भारत की सभी राजनीतिक पार्टियां एकसाथ खड़ी हैं और मीडिया को भी आत्मचिंतन करने की ज़रूरत है कि वह देशहित में काम कर रही है या उसके खिलाफ।
कर्नल सोफिया कुरैशी मामले में मंत्री विजय शाह को सुप्रीम कोर्ट की फटकार और एसआईटी गठित करने के आदेश पर चतुर्वेदी ने कहा कि खुशी इस बात की होती अगर भाजपा सरकार खुद इन पर कार्रवाई करती। परंतु यहां तो सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट को स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी पड़ी। यह एक मंत्री द्वारा दिया गया शर्मनाक बयान है और ऐसे लोगों पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। उन्हें पद से हटाया जाना चाहिए ताकि देश को एक मजबूत और एकजुट संदेश जाए। वहीं, मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री द्वारा सेना पर दिए गए विवादित बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनका बयान मैंने नहीं सुना है, लेकिन अगर उन्होंने ऐसा कुछ कहा है तो वह अत्यंत गैर-जिम्मेदाराना है। आज जब देश गंभीर परिस्थितियों से गुजर रहा है, ऐसे समय में जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों को अपने बयान सोच-समझकर देने चाहिए।
ज्योति मल्होत्रा और अरमान पर लगे जासूसी के आरोप पर उन्होंने कहा कि जो भी देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पाकिस्तानी सेना आतंकवाद और जासूसी को ही अपना मुख्य कार्य मानती है। आईएमएफ से मिला पैसा भी यह आतंकवाद फैलाने और हनी ट्रैप जैसे हथकंडों में लगाते हैं। हमें सतर्क रहना होगा और ऐसे नेटवर्क को जनता के सामने लाना होगा।
विजय शाह के बयान पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान की लाइफटाइम छुट्टी वाली टिप्पणी पर चतुर्वेदी ने कहा कि अगर चिराग पासवान वाकई इस बयान से इतने आहत हैं, तो उन्हें भाजपा से सवाल करना चाहिए। यह एक गठबंधन धर्म का अपमान है। अगर वे इसे अस्वीकार्य मानते हैं, तो अगली कैबिनेट बैठक में यह मुद्दा उठाएं और स्पष्ट करें कि ऐसे बयान देने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा