
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) के राष्ट्रीय व्यापार सम्मेलन में भारतीय व्यापारिक नेताओं ने तुर्की और अजरबैजान के साथ सभी प्रकार के व्यापारिक और व्यावसायिक संबंधों के पूर्ण बहिष्कार की घोषणा की। इस निर्णय में यात्रा, पर्यटन, फिल्म निर्माण और कॉर्पोरेट प्रचार गतिविधियां भी शामिल हैं।
देशभर से आए 24 राज्यों के 125 से अधिक शीर्ष व्यापारिक लीडरों ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पारित करते हुए कहा कि यह फैसला तुर्की और अजरबैजान द्वारा हाल ही में पाकिस्तान का खुलेआम समर्थन करने के संदर्भ में लिया गया है। व्यापारिक समुदाय ने इसे भारत की संप्रभुता के खिलाफ एक विश्वासघात करार दिया है।
सीएआईटी महासचिव एवं सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “तुर्की और अजरबैजान, जिन्होंने भारत की सद्भावना और सहायता का लाभ उठाया, आज पाकिस्तान जैसे आतंकवाद समर्थक देश का साथ दे रहे हैं। यह भारत की अखंडता और 140 करोड़ भारतीयों की भावनाओं का अपमान है। ऐसे में हमारा उत्तर होगा- आर्थिक बहिष्कार।”
सीएआईटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया ने इन दोनों देशों की नीतियों को “अकृतज्ञ और भारत विरोधी” बताते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि भारत से ऐसे देशों को कोई आर्थिक लाभ न मिले।
इस दौरान निर्णय लिया गया कि तुर्की और अजरबैजान के उत्पादों का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा। भारतीय व्यापारी अब इन देशों से आयात-निर्यात बंद करेंगे। भारत के निर्यातक, आयातक और व्यापारी प्रतिनिधिमंडल इन देशों की कंपनियों के साथ किसी भी साझेदारी से परहेज करेंगे। साथ ही, यात्रा एजेंसियों और इवेंट आयोजकों से अनुरोध किया गया है कि वे इन देशों को गंतव्य के रूप में बढ़ावा न दें। विदेश और वाणिज्य मंत्रालय को ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें इन देशों से सभी व्यावसायिक संबंधों की समीक्षा की मांग की जाएगी।
वहीं, सीएआईटी ने भारतीय फिल्म उद्योग से अनुरोध किया है कि वे तुर्की और अजरबैजान में शूटिंग न करें। अगर कोई फिल्म वहां शूट होती है, तो व्यापारी और आम जनता उसका बहिष्कार करेंगे। इसी तरह, कोई भी कॉर्पोरेट ब्रांड इन देशों में अपने उत्पादों का प्रचार न करे।
सम्मेलन में भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने व्यापारियों की पहल का समर्थन करते हुए कहा, “देश का छोटा व्यापारी आज देश की सुरक्षा और भविष्य के लिए खड़ा है। यह अभियान ‘बॉयकॉट’ की शक्ल में देशव्यापी रूप ले चुका है। मैं इस मुहिम का समर्थन करती हूं और विश्वास है कि यह राष्ट्र के हित में रंग लाएगी।”
व्यापारियों ने भारत सरकार द्वारा तुर्की की कंपनी सेलेबी की सुरक्षा मंजूरी रद्द करने के फैसले का स्वागत किया। यह कंपनी भारत के नौ प्रमुख हवाई अड्डों पर सेवाएं दे रही थी। व्यापारी समुदाय ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में लिया गया सही निर्णय बताया।