
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत किए गए प्रहार से पाकिस्तानी सेना में भगदड़ की स्थिति बन गई थी। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना की बातचीत के कई महत्वपूर्ण अंश अब सामने आए हैं।
इंटरसेप्ट की गई बातचीत में पता लगा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना के अधिकारी अपनी पोस्ट व दफ्तर छोड़कर भाग खड़े हुए थे। ऐसे ही एक इंटरसेप्ट में सुना जा सकता है कि पाकिस्तानी सेना के कमांडर अपने दफ्तर में आने को राजी नहीं हैं।
पाक अधिकृत कश्मीर स्थित अपनी पोस्ट पर आने से इनकार करते पाकिस्तान के एक सैन्य कमांडर को अपने जूनियर्स से कहते हुए सुना जा सकता है, “ऑफिस तो बाद में भी खुल जाएगा, पहले अपनी जान बचाओ।”
जम्मू कश्मीर में भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा से कुछ किलोमीटर की दूरी पर पाकिस्तानी सेना की 75 इन्फैंट्री ब्रिगेड है। यह यूनिट पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पीओके में भी तैनात है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पीओके के मुजफ्फराबाद के समीप आतंकवादियों के कैंप पर हमले हुए थे। भारतीय सेना के वरिष्ठ सैन्य कमांडर के मुताबिक यहां पाकिस्तानी 75 इन्फैंट्री ब्रिगेड के कमांडर खुद तो भाग गए, साथ ही अपने सैनिकों से भी अपनी जान बचाने को कहते सुने गए।
पाकिस्तानी सेना के कमांडर जब अपने दफ्तर नहीं पहुंचे तो उनके मातहत अधिकारियों ने उनसे फोन पर संपर्क किया और ऑफिस खोलने के बारे में जानकारी मांगी। इसके जवाब में कमांडर ने कहा, “ऑफिस बाद में खुल जाएगा, पहले अपनी जान बचाओ।”
आईएएनएस को मिली जानकारी में पाकिस्तानी सेना के जूनियर अधिकारियों की बातचीत भी सामने आई है। पाकिस्तानी सेना के ये अधिकारी कह रहे हैं, “अपने कमांडर साहब बड़ी मुश्किल से बचे हैं। वह किसी मस्जिद में नमाज पढ़वा रहे हैं। कमांडर साहब ने बंदों को इधर भेजा है। अमन होगा, उसके बाद आएंगे। फिलहाल ऑफिस बंद ही है।”
यही नहीं, पाकिस्तानी सेना को हुए भारी नुकसान की जानकारी भी इन इंटरसेप्ट से मिली है। ऐसे ही एक इंटरसेप्ट से जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी सेना की 16वीं बलूच रेजिमेंट के कैप्टन हसनैन शाह फायरिंग में मारे गए। वह हाजी पीर सेक्टर में हुई फायरिंग के दौरान मारे गए।
पाकिस्तानी सैनिक बातचीत में कह रहे थे, “कैप्टन हसनैन शाह बीती रात फायरिंग में मारे गए। उनकी डेड बॉडी पाकिस्तान के अबोटाबाद में 6 पाकिस्तानी ब्रिगेड द्वारा पहुंचाई गई है।”
भारतीय सेना के मुताबिक अकेले जम्मू कश्मीर स्थित नियंत्रण रेखा और बॉर्डर से की गई भारतीय सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के 64 सैन्य अधिकारी व जवान मारे गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय हमलों में 96 से अधिक पाकिस्तानी जवान जख्मी हुए हैं। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि सीमापार सवाई नाला इलाके में 5-6 मोस्ट वांटेड आतंकवादियों का खात्मा किया गया, जबकि मुजफ्फराबाद में सैयदना बिलाल कैंप में 8-9 खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया गया। यहां दो टेरर लॉन्च पैड पूरी तरह से नष्ट कर दिए गए।
22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 अलग-अलग आतंकवादी कैंपों को नष्ट कर 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया था। वहीं, आतंकवादियों के समर्थन में उतरी पाकिस्तानी सेना ने भारत में सैन्य और नागरिक क्षेत्रों पर हमले किए। पाकिस्तान की इस हरकत के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की कई चौकियों को ध्वस्त कर दिया।