
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के संविधान बदलने वाले बयान पर भाजपा की आपत्ति पर प्रतिक्रिया दी।
मंगलवार को बीएनटी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कांग्रेस सांसद ने कहा कि भाजपा बेवजह के आरोप लगाती है। डीके शिवकुमार ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है, अगर कहा भी है तो बहुत ही हल्के अंदाज में। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत होगी तो हम इसे भी करेंगे। संविधान में संशोधन हुए हैं। लेकिन, इस देश में किसी को भी डॉ. अंबेडकर के संविधान को बदलने के बारे में सोचने का अधिकार नहीं है। जो लोग इसके बारे में बात करते हैं, वे पहले ही 400 से 240 पर आ गए हैं और उन्हें 240 से 100 पर आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की भाजपा विधायक की मांग पर कहा कि नवरात्रि के दौरान बाजार स्वाभाविक रूप से बंद हो जाते हैं। क्योंकि मांग नहीं होती है। इसलिए वे अपने आप बंद हो जाएंगे। उन पर प्रतिबंध लगाने की क्या जरूरत है?
स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा विवाद पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि बेवजह की बातों पर बहस हो रही है। अभिव्यक्ति की आजादी है। सरकार आलोचना से क्यों डरती है? सत्ता में बैठे हैं तो आलोचना सहने का दम भी होना चाहिए।
ममता बनर्जी सरकार पर बंगाल भाजपा ने आरोप लगाया है कि वोटर लिस्ट से हिन्दुओं के नाम काटे जा रहे हैं। इस पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “चुनाव आयोग किसका है? देश का बच्चा-बच्चा जानता है कि चुनाव आयोग किसके इशारे पर काम करता है। हम तो कह रहे हैं पारदर्शिता होनी चाहिए। भाजपा के लोग ही ईवीएम से चिपके हुए हैं। ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव करा लीजिए। दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा।