
बीएनटी न्यूज़
लखनऊ। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन जारी है। इस बीच, सपा नेता फखरुल हसन चांद ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रदर्शन का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि सपा पहले ही इसका (वक्फ संशोधन) विरोध करती थी और आगे भी करती रहेगी।
वक्फ संशोधन विधेयक पर समाजवादी पार्टी के नेता फखरुल हसन चांद ने बीएनटी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, “वक्फ संशोधन को लेकर जो सुझाव विपक्ष की तरफ से दिए गए, उन्हें संशोधनों में शामिल नहीं किया गया। चेयरमैन ने मनमानी की, क्योंकि वह भाजपा के सांसद थे और अपनी पार्टी के एजेंडे पर काम कर रहे थे। समाजवादी पार्टी ने पहले भी वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध किया है और भविष्य में भी इसका विरोध करती रहेगी। देश लोकतांत्रिक है और बाबा साहेब के संविधान ने अधिकार दिया है। इसी के चलते संगठन वक्फ संशोधन विधेयक 2024 का विरोध कर रहे हैं, जो बिल्कुल सही है।”
उन्होंने औरंगजेब की कब्र हटाने के लिए शुरू हुए अभियान पर कहा, “भाजपा और उससे जुड़े संगठनों का एक ही एजेंडा है, जिसमें नफरत और बंटवारा शामिल है। कोई संगठन गरीबी और बेरोजगारी हटाने के लिए आंदोलन क्यों नहीं करता है? महाराष्ट्र की बिगड़ी हुई कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए आंदोलन क्यों नहीं चलाया जा रहा है? भाजपा का सिर्फ एक ही काम है नफरत फैलाना और वे इसी एजेंडे पर काम कर रही हैं।”
वक्फ संशोधन बिल को लेकर विपक्ष के रुख पर वक्फ जेपीसी के अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी।मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “जो वक्फ बिल के खिलाफ हैं, वे सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं। लेकिन वे एक तरफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ धमकी दे रहे हैं। लोकतंत्र धमकी से नहीं बल्कि प्रजातंत्र और जनतंत्र से चलेगा। देश के अंदर जनता के चुने गए जनप्रतिनिधियों द्वारा कानून बनाया जाएगा, या फिर धमकी से बनेगा।”