
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के इरादे से भारत की ओर से विदेश जाने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से तृणमूल सांसद यूसुफ पठान के नाम वापस लेने पर जेडीयू नेता के.सी. त्यागी ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
के.सी. त्यागी ने सोमवार को बीएनटी न्यूज़ से कहा कि सांसदों का यह प्रतिनिधिमंडल पूरी दुनिया में पाकिस्तान की आतंकवादी सोच को एक्सपोज करेगा। इसमें राजनीति करना बिल्कुल गलत है।
गृह मंत्रालय की ओर से देश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों की पहचान के लिए एक महीने की समयसीमा तय करने पर जेडीयू नेता ने कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर यह बिल्कुल सही फैसला है। वर्तमान में इसकी जरूरत भी है। इसका उद्देश्य अवैध रूप से घुसपैठ करने वाले लोगों को रोकना है।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस की ओर से दिए नामों को स्वीकृति नहीं मिलने पर कांग्रेस के आरोपों पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी काफी समय से राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर राजनीति कर रही है। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल सांसद देश का पक्ष रखेंगे। इसमें नाम नहीं, बल्कि विषय महत्वपूर्ण है।
बीसीसीआई की ओर से एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के सभी आयोजनों से हटने के फैसले की आशंकाओं के बीच के.सी. त्यागी ने कहा, “बीसीसीआई को बिल्कुल ऐसे फैसले लेने चाहिए, मैं इसका स्वागत करूंगा। जब युद्ध, नफरत और बदले की भावना हो, तो खेल नहीं चल सकता।”
बता दें कि भारत और पाकिस्तान आमतौर पर सिर्फ आईसीसी इवेंट्स और एशिया कप में ही एक-दूसरे के आमने-सामने होते हैं। दोनों टीमें इससे पहले चैंपियंस ट्रॉफी और टी-20 विश्व कप में एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में उतर चुकी हैं। इन मैचों में भारत के हाथों पाकिस्तान को करारी हार का सामना करना पड़ा है।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि एशिया कप से हाथ खींचकर भारत ने पाकिस्तान को क्रिकेट की पिच पर जोरदार झटका दिया है।