BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   बुधवार, 02 अप्रैल 2025 05:59 AM
  • 17.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. आईपीएल 2025 : पंजाब किंग्स ने लखनऊ को आठ विकेट से हराया, प्रभसिमरन सिंह बने ‘प्लेयर ऑफ द मैच’
  2. वक्फ अधिनियम में पहले भी हो चुके हैं संशोधन
  3. वक्फ ब‍िल पेश होने के एक दिन पहले प्रहलाद जोशी और जगदंबिका पाल ने संभाला मोर्चा, विपक्ष पर लगाया झूठ फैलाने का आरोप
  4. गुजरात के बनासकांठा में हुए हादसे पर खड़गे-राहुल ने जताया दुख, दोषियों पर कार्रवाई की मांग
  5. कांग्रेस ने अपने सांसदों को तीन लाइन का व्हिप क‍िया जारी, 2-4 अप्रैल को लोकसभा में उपस्थिति अनिवार्य
  6. वक्फ संशोधन विधेयक : भाजपा ने व्हिप जारी कर सांसदों से बुधवार को लोकसभा में उपस्थिति रहने के लिए कहा
  7. गुजरात के बनासकांठा हादसे में 18 की मौत, सीएम भूपेंद्र पटेल ने जताया दुख, मुआवजे का ऐलान
  8. गुजरात : बनासकांठा में पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग, 17 की मौत, कई घायल
  9. दिल्ली : सीएम रेखा गुप्ता ने प्रदूषण से संबंधित कैग रिपोर्ट विधानसभा में की पेश
  10. चिली लैटिन अमेरिका में भारत का ‘महत्वपूर्ण मित्र और साझेदार’ : पीएम मोदी
  11. अखिलेश, डीएमके, बसपा और विपक्षी पार्टियों के लिए मुस्लिम समाज सिर्फ एक वोट बैंक : जगदंबिका पाल
  12. कोडरमा में यज्ञ के लिए भिक्षाटन पर निकलीं महिलाओं पर पत्थरबाजी, दो पक्षों के बीच टकराव के हालात
  13. ‘जिन्हें अपने कृत्यों से दुर्गंध नहीं आती, उन्हें गौमाता की सेवा में दुर्गंध ही नजर आएगी’, योगी का अखिलेश को जवाब
  14. मार्च 2026 तक नक्सलियों को पूरी तरह से उखाड़ फेंकने का लक्ष्य : अमित शाह
  15. पीएम मोदी और चिली के राष्ट्रपति की मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने पर हुई चर्चा

साल में दो बार बोर्ड परीक्षा, सार्वजनिक होगा नई योजना का मसौदा

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 18 फ़रवरी 2025, 8:30 PM IST
साल में दो बार बोर्ड परीक्षा, सार्वजनिक होगा नई योजना का मसौदा
Read Time:5 Minute, 10 Second

बीएनटी न्यूज़

नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय 10वीं और 12वीं सीबीएसई की परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित करवाने की बात कह चुका है। इसकी तैयारियों को लेकर अब शिक्षा मंत्रालय ने एक अहम बैठक की है। इस बैठक की अध्यक्षता स्वयं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की। इस महत्वपूर्ण बैठक में स्कूली शिक्षा के सचिव, सीबीएसई के अध्यक्ष, मंत्रालय व सीबीएसई के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

इस बैठक में, वर्ष में दो बार सीबीएसई परीक्षाओं के संचालन पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। अब इन विचार-विमर्शों का मसौदा जल्द ही सीबीएसई द्वारा सार्वजनिक परामर्श के लिए रखा जाएगा।

इस विषय में जानकारी साझा करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को बताया कि छात्रों के लिए तनाव मुक्त वातावरण बनाना सरकार का एक महत्वपूर्ण फोकस रहा है। परीक्षा सुधार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एक कदम आगे बढ़ाते हुए वर्ष में दो बार सीबीएसई परीक्षाओं के संचालन पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया है। इसे सीबीएसई द्वारा सार्वजनिक परामर्श के लिए रखा जाएगा। शिक्षा मंत्री का कहना है कि स्कूली शिक्षा में किए जा रहे ये सुधार एनईपी के प्रमुख प्रावधानों के कार्यान्वयन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। यह छात्रों के बीच परीक्षा संबंधी तनाव को कम करने में मदद करेंगे।

यह प्रक्रिया पूरी होने के उपरांत 10वीं और 12वीं सीबीएसई बोर्ड के छात्रों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षाएं देने का अवसर मिलेगा। हालांकि, दो बार बोर्ड परीक्षाएं देना कोई अनिवार्य नियम नहीं होगा। छात्र अपनी सुविधा के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं में दो बार बैठने का विकल्प चुन सकते हैं या फिर एक ही बार बोर्ड परीक्षा दे सकते हैं। दोनों परीक्षाओं के बीच कुछ महीनों का एक निश्चित अंतराल होगा। जिस प्रकार जेईई मेन की परीक्षाएं दो बार आयोजित की जाती हैं, उसी प्रकार 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं भी साल में दो बार आयोजित की जाएंगी।

ऐसे छात्र जो प्रथम परीक्षा में शामिल हुए, लेकिन उन्हें लगता है कि उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है, तो वे उसी शैक्षणिक वर्ष में आयोजित होने वाली दूसरी परीक्षा भी दे सकते हैं। यानी प्रथम परीक्षा में जो छात्र अच्छा स्कोर नहीं कर सके, उनके पास दूसरी बारी आयोजित होने वाली परीक्षा में बैठने का एक और अवसर होगा। शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि इस तरह यह पूरी तरह चॉइस बेस्ड सिस्टम है।

इसके अलावा, बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में भी बदलाव किए गए हैं। सीबीएसई परीक्षा में एनालिटिकल, कॉन्सेप्ट बेस्ड सवाल ज्यादा आएंगे। विशेषज्ञों के मुताबिक, इसके अलावा एमसीक्‍यू, शॉर्ट आंसर्स सभी में सवालों की वैरायटी यही रहेगी। तकरीबन 50 प्रतिशत सवाल एमसीक्‍यू और एक से दो मार्क्‍स के रूप में बदल दिए गए हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, अब बोर्ड परीक्षाओं का उद्देश्य छात्रों में विषयों की समझ का मूल्यांकन करना होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस नई पद्धति से कोचिंग और याद रखने की आवश्यकता में कमी आएगी।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं के अलावा स्कूली शिक्षा पद्धति में और भी कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इन बदलावों के अंतर्गत 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान विषयों का चयन सीमित नहीं रहेगा। छात्रों को 11वीं और 12वीं कक्षा में अपनी पसंद के विषय चुनने की सुविधा मिलेगी।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *