
बीएनटी न्यूज़
मुंबई| शिवसेना नेता शायना एनसी ने भारतीय सेना की अधिकारियों सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह के बारे में नेताओं द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणियों की आलोचना की है और कहा कि इन अधिकारियों को किसी नेता के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।
बीएनटी न्यूज़ से बात करते हुए शायना एनसी ने कहा, “व्योमिका सिंह हों या फिर सोफिया कुरैशी, दोनों को राम गोपाल यादव या फिर किसी अन्य नेता के सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है। सोफिया कुरैशी 2004 से 2006 तक प्लैटून कमांडर थीं। 2007 से 2009 वे यूएन की शांति मिशन के तहत कांगो में थी। 2010 से 2013 तक वे आईएमए में सीनियर इंस्ट्रकटर थीं। 2018 में वे कमांडिंग ऑफिसर बन गईं। इसी तरह व्योमिका सिंह भी अपनी नेतृत्व क्षमता के आधार पर आगे बढ़ी हैं न की जात-पात के आधार पर। अगर इनके खिलाफ कोई भी विवादित टिप्पणी करता है तो उसका खंडन होना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने जिस साहस और पराक्रम का परिचय दिया है, वो अद्भुत है और इसे पूरी दुनिया ने देखा है। इस अभियान के खिलाफ कोई बयान देता है और सबूत मांगता है तो मांगता रहे। हमें सेना और पीएम नरेंद्र मोदी पर पूरा विश्वास है। आने वाले समय में मुझे विश्वास है कि पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी रहेगी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर भारतीय जनता पार्टी तिरंगा यात्रा निकाल रही है और सैनिकों के पराक्रम की चर्चा कर रही है। वहीं कांग्रेस के कुछ नेता इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान में हुई हानि का सबूत मांग रहे हैं।
वहीं ऑपरेशन सिंदूर की वजह से ही चर्चा में आई कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर नेताओं की विवादित टिप्पणियां भी आई हैं। राम गोपाल यादव ने व्योमिका सिंह को लेकर जाति सूचक शब्द का प्रयोग किया है। वहीं सोफिया कुरैशी के लिए मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह ने विवादित टिप्पणी की थी। हालांकि विजय शाह ने माफी मांग ली है। राम गोपाल यादव ने अबतक माफी नहीं मांगी है।