
स्कूलों में हुए 26.45 करोड़ दाखिले, छात्र-शिक्षक अनुपात में सुधार
नई दिल्ली, 30 जून (बीएनटी न्यूज़)| केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा है कि 2019-20 में कुल 26.45 करोड़ छात्रों ने प्री-प्राइमरी और हायर सेकेंडरी कक्षाओं में दाखिला लिया है, जो कि 2018-19 से 42.3 लाख अधिक है। इसके साथ ही स्कूली शिक्षा के सभी स्तरों पर सकल नामांकन अनुपात में भी वृद्धि हुई है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को स्कूली शिक्षा के लिए एकीकृत जिला शिक्षा सूचना प्रणाली (यूडीआईएसई प्लस) 2019-20 रिपोर्ट जारी करने को मंजूरी दी।
स्कूलों से ऑनलाइन डेटा इकट्ठा करने के लिए यूडीआईएसई प्लस सिस्टम 2018-19 में शुरू किया गया था, ताकि पेपर प्रारूप में मैनुअल डेटा भरने और ब्लॉक या जिला स्तर पर बाद में फीडिंग से संबंधित समस्याओं को दूर किया जा सके, जैसा कि 2012-13 के यूडीआईएसई डाटा कलेक्शन में कहा गया था।
नई प्रणाली से डाटा कैप्चर, डाटा मैपिंग और डाटा सत्यापन से जुड़े क्षेत्रों में सुधार आया है।
निशंक के अनुसार, 2018-19 के मुकाबले 2019-20 में उच्च प्राथमिक स्तर पर सकल नामांकन अनुपात 87.7 प्रतिशत से बढ़कर 89.7 प्रतिशत रहा, वहीं एलीमेंट्री लेवल पर 96.1 प्रतिशत से 97.8 प्रतिशत हो गया। इसके अलावा सेकेंडरी लेवल पर 76.9 प्रतिशत से बढ़कर 77.9 प्रतिशत हो गया और हायर सेकेंडरी स्तर पर 50.1 प्रतिशत से बढ़कर 51.4 प्रतिशत हो गया।
वहीं अगर 2012-13 की तुलना में 2019-20 में सेकेंडरी एजुकेशन के स्तर पर सकल नामांकन अनुपात 10 प्रतिशत बढ़ गया वहीं हायर सेकेंडरी स्तर पर यह 11 प्रतिशत तक बढ़ा है।
इसके अलावा 2019-20 में 96.87 लाख शिक्षकों को स्कूल शिक्षा से जोड़ा गया जो कि 2018-19 के मुकाबले में 2.57 लाख ज्यादा है और छात्र शिक्षक अनुपात में भी सुधार देखा गया है। प्राइमरी स्तर पर यह अनुपात 26.5 दर्ज किया, वहीं उच्च प्राथमिक एवं सेकेंडरी में यह 18.1 दर्ज किया और हायर सेकेंडरी शिक्षा में यह 26.1 दर्ज किया गया।
2012-13 में प्राइमरी स्तर पर छात्र शिक्षक अनुपात 34 था, वहीं उच्च प्राथमिक एवं सेकेंडरी स्तर पर क्रमश: 23.1 और 29.7 और हायर सेकेंडरी स्तर पर 26.1 दर्ज किया गया।
इसके अलावा इस रिपोर्ट में छात्राओं के नामांकन में सुधार के अलावा लिंग समानता सूचकांक, स्कूलों में मौजूद सुविधाओं जैसे कि बिजली, कंप्यूटर, इंटरनेट सुविधा, स्वास्थ्य सुविधाएं इत्यादि में हुए सुधार के बारे में भी बताया गया है।
शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि अब हमारे युवा छात्र बुनियादी वित्तीय अवधारणाओं पर ज्ञान प्राप्त करेंगे।