
आतिशी ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के छात्रों से बातचीत की
दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने रविवार को नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (एनएलयू) के ओरिएंटेशन में भाग लिया।
इस अवसर पर आतिशी ने कहा कि कॉलेज के पांच साल सभी छात्रों को अपनी बौद्धिक क्षमता का पता लगाने, अपने क्षितिज को व्यापक बनाने और न केवल कानूनी ज्ञान, बल्कि महत्वपूर्ण सोच कौशल हासिल करने का अवसर देंगे जो उन्हें दयालु और जिम्मेदार कानूनी पेशेवरों के रूप में आकार देगा।
उन्होंने कहा, “आपको इस समय का अधिकतम लाभ उठाना चाहिए, कठोर अध्ययन में संलग्न होना चाहिए, पाठ्येतर गतिविधियों में भाग लेना चाहिए और समाज में सकारात्मक योगदान देना चाहिए। इस प्रतिष्ठित संस्थान में आपकी यात्रा परिवर्तनकारी होगी, जो आपको कानूनी परिदृश्य और समग्र रूप से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम बनाएगी।”
मंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि कानून की डिग्री के पांच साल के दौरान देश के संविधान के गहन महत्व को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, “डॉ. बी.आर. अंबेडकर द्वारा लिखित भारतीय संविधान सिर्फ एक किताब से कहीं अधिक है; यह जाति, धर्म, क्षेत्र या भाषा की परवाह किए बिना कई लोगों के लिए एक सपने का प्रतीक है। यह देश के सभी नागरिकों के लिए समानता और न्याय का वादा करता है।”
शैक्षणिक वर्ष 2023 के लिए, लगभग 20,000 छात्र प्रतियोगी परीक्षा – ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट (एआईएलईटी) में उपस्थित हुए।
कुल 123 विद्यार्थी मेरिट से शामिल हुए हैं। इसमें भारत के 18 राज्यों के छात्र और अमेरिका, कनाडा और नेपाल के विदेशी छात्र शामिल हैं।