BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   सोमवार, 21 अप्रैल 2025 07:23 PM
  • 36.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. बोकारो में एक करोड़ के इनामी सहित आठ नक्सली ढेर, डीजीपी बोले- बाकी सरेंडर करें अन्यथा मारे जाएंगे
  2. कांग्रेस के ‘युवराज’ विदेशों में करते हैं भारत को बदनाम, उनकी नीति और नीयत में खोट : अनुराग ठाकुर
  3. राहुल गांधी ने अमेरिका में उठाए सवाल बोले- महाराष्ट्र में बालिगों से ज्यादा वोटिंग कैसे हो गई?
  4. शांति और प्रेम की आवाज : पोप फ्रांसिस के निधन पर विश्व नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
  5. दुनिया उन्हें करुणा, विनम्रता के लिए रखेगी याद : पोप फ्रांसिस के निधन पर पीएम मोदी
  6. पोप फ्रांसिस का निधन, 88 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
  7. इमरान मसूद ने राहुल के अमेरिका में दिए बयान का किया समर्थन, बोले- ईसीआई को लेकर जो कहा वो सच
  8. आम आदमी पार्टी मेयर चुनाव में नहीं उतारेगी उम्मीदवार, भाजपा के लिए रास्ता खुला
  9. विदेशी में जाकर भारतीय संस्थाओं का अपमान राहुल गांधी की पहचान बन गया है : शहजाद पूनावाला
  10. भारत पहुंचे अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, एयरपोर्ट पर दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
  11. अहमदाबाद में खुद को वक्फ ट्रस्टी बताकर किराया वसूली का पर्दाफाश, पांच लोग गिरफ्तार
  12. आईपीएल 2025 : रोहित व सूर्या की शानदार बल्लेबाजी, मुंबई ने सीएसके को नौ विकेट से हराया
  13. आईपीएल 2025 : आरसीबी से हार के बाद पोंटिंग ने कहा, हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की
  14. एनडीए से अलग होने पर पशुपति कुमार पारस बोले, ‘लोकसभा चुनाव में हमारे सांसदों का टिकट कटा, तो बहुत बुरा लगा था’
  15. भाजपा की पूरी सरकार ही प्रोपेगेंडा पर चल रही : अखिलेश यादव

पर्यावरण, विज्ञान और तकनीक, वन व जलवायु पर स्थायी समिति का प्रमुख बने रहना कोई मायने नहीं रखता : जयराम रमेश

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 10 अगस्त 2023, 4:31 PM IST
पर्यावरण, विज्ञान और तकनीक, वन व जलवायु पर स्थायी समिति का प्रमुख बने रहना कोई मायने नहीं रखता : जयराम रमेश
Read Time:2 Minute, 58 Second

पर्यावरण, विज्ञान और तकनीक, वन व जलवायु पर स्थायी समिति का प्रमुख बने रहना कोई मायने नहीं रखता : जयराम रमेश

कांग्रेस नेता और पूर्व पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने बुधवार को संसद में महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी व वन एवं जलवायु पर स्थायी समिति का अध्यक्ष बने रहने में कोई फायदा नजर नहीं आता।

उन्होंने कहा कि समिति के विषय “मेरे दिल के बहुत करीब हैं और मेरी शैक्षिक और व्यावसायिक पृष्ठभूमि में फिट बैठते हैं, लेकिन मोदी सरकार ने “एक और संस्थागत तंत्र को बेकार कर दिया है।”

रमेश, जो संचार के प्रभारी कांग्रेस महासचिव भी हैं, ने ट्वीट किया : “पिछले कुछ दिनों में संसद के माध्यम से लाए गए तीन बहुत महत्वपूर्ण विधेयकों को जानबूझकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन पर स्थायी समिति को नहीं भेजा गया।”

उन्‍होंने आगे लिखा : “ये ऐसे विधेयक हैं, जो जैविक विविधता अधिनियम, 2002 और वन संरक्षण अधिनियम, 1980 और अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन की स्थापना के लिए मौलिक संशोधन करते हैं। इतना ही नहीं, डीएनए प्रौद्योगिकी (उपयोग और अनुप्रयोग) विनियमन विधेयक, 2019 पर समिति ने कई ठोस सुझावों के साथ एक व्यापक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, जिसे वापस ले लिया गया है। मोदी सरकार ने इसके बजाय आपराधिक प्रक्रिया (पहचान) अधिनियम, 2022 के साथ इसे दरकिनार कर दिया है।”

उन्होंने कहा, “इन परिस्थितियों में मैं इस स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में बने रहने में कोई महत्व नहीं देखता, जिसके विषय मेरे दिल के बहुत करीब हैं और मेरी शैक्षिक और व्यावसायिक पृष्ठभूमि में फिट बैठते हैं। स्वयंभू सर्वज्ञानी के इस युग में यह सब अप्रासंगिक है और विश्वगुरु मोदी सरकार ने एक और संस्थागत तंत्र को बेकार कर दिया है।”

संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिनों में कई विधेयक पारित किए गए।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *