
डीआरडीओ ने स्वदेशी रूप से विकसित लेजर-निर्देशित एटीजीएम का सफल परीक्षण किया
नई दिल्ली, 05 अगस्त (बीएनटी न्यूज़)| स्वदेशी रूप से विकसित लेजर-गाइडेड एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) का रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय सेना द्वारा केके रेंज में मुख्य युद्धक टैंक (एमबीटी) अर्जुन से बख्तरबंद कोर केंद्र और स्कूल के समर्थन से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। एसीसी एंड एस अहमदनगर, महाराष्ट्र में 04 अगस्त, 2022 को। मिसाइलों ने सटीकता के साथ प्रहार कियाऔर दो अलग-अलग रेंज में लक्ष्यों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। टेलीमेट्री सिस्टम ने मिसाइलों के संतोषजनक उड़ान प्रदर्शन को दर्ज किया है। ऑल-इंडिजिनस लेजर गाइडेड एटीजीएम एक्सप्लोसिव
रिएक्टिव आर्मर (ईआरए) संरक्षित बख्तरबंद वाहनों को हराने के लिए एकटेंडेम हाई एक्सप्लोसिव एंटी-टैंक (हीट) वारहेड का इस्तेमाल करता है। एटीजीएम को मल्टी-प्लेटफॉर्म लॉन्च क्षमता के साथ विकसित किया गया है और आज कल एमबीटी अर्जुन का 120 मिमी राइफल्ड गन से तकनीकी परीक्षण चल रहा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लेजर गाइडेड एटीजीएम के सफल प्रदर्शन के लिए डीआरडीओ और भारतीय सेना की सराहना की है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने लेजर गाइडेड एटीजीएम के परीक्षणफायरिंग से जुड़ी टीमों को बधाई दी।