BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   मंगलवार, 13 मई 2025 01:30 AM
  • 34.91°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. भारत-पाकिस्तान के डीजीएमओ ने की हॉट लाइन पर बात
  2. भारत-पाक तनाव पर ट्रंप ने कहा, ‘हमने परमाणु संघर्ष को रोका, नहीं तो लाखों लोग मारे जाते’
  3. ‘पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे थे आतंक के आका, भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया’
  4. ऑपरेशन सिंदूर : प्रधानमंत्री मोदी आज रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे
  5. सुंदर कांड की चौपाई ‘भय बिनु होय ना प्रीति’ सुना एयर मार्शल ने पाकिस्तान को दी नसीहत
  6. जरूरत पड़ने पर हर मिशन के लिए तैयार, भर चुका था उनके पाप का घड़ा : भारतीय सेना
  7. विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, कहा- जीवन भर याद रहेगी इस प्रारूप से मिली सीख
  8. आतंकी हाफिज अब्दुर रऊफ को बताया ‘फैमिली मैन’, एक बार फिर हुआ पाकिस्तानी सेना का झूठ बेनकाब
  9. भारतीय सेना ने अदम्य साहस का परिचय दिया, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में हुआ राफेल का इस्तेमाल : संबित पात्रा
  10. डीजीएमओ की बातचीत से पहले पीएम मोदी की बैठक, सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद
  11. मणिपुर में दो महीने में लोकप्रिय सरकार बनेगी : भाजपा सांसद
  12. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान के 35-40 सैनिक मारे गए : सेना
  13. पाकिस्तान को सीजफायर के लिए मजबूर करने में नौसेना की भी रही अहम भूमिका
  14. भारत के सटीक हमलों के बाद पाकिस्तान के तबाह एयर बेस के सैटेलाइट इमेज सामने आए
  15. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 100 से अधिक आतंकवादी ढेर : सेना

प्रशांत भूषण और एसजी के संयुक्त अनुरोध पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘यह शायद पहली बार हुआ है’

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 08 दिसंबर 2021, 1:55 PM IST
प्रशांत भूषण और एसजी के संयुक्त अनुरोध पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘यह शायद पहली बार हुआ है’
Read Time:3 Minute, 24 Second

प्रशांत भूषण और एसजी के संयुक्त अनुरोध पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘यह शायद पहली बार हुआ है’

नई दिल्ली, 08 दिसंबर (बीएनटी न्यूज़)| केंद्र ने मंगलवार को नोएडा में रहने वाली एक महिला की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट से समय मांगा, जिसमें तीन विवादित कृषि कानूनों (अब निरस्त) के विरोध में दिल्ली-यूपी सीमा पर किसानों द्वारा सड़क जाम किए जाने का विरोध किया गया है। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने न्यायमूर्ति एम. एम. सुंदरेश के साथ ही न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली पीठ से कहा कि बदली हुई परिस्थितियों को – केंद्र द्वारा तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की पृष्ठभूमि – देखते हुए मामले को स्थगित कर दिया जाना चाहिए।

कुछ किसानों का प्रतिनिधित्व कर रहे अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने भी शीर्ष अदालत से मामले में सुनवाई टालने का आग्रह किया।

इस पर हल्के-फुल्के अंदाज में, शीर्ष अदालत ने कहा, “यह शायद पहली बार है जब एसजी (तुषार मेहता) और प्रशांत भूषण ने एक संयुक्त अनुरोध किया है।”

मेहता ने जवाब दिया कि ऐसा लगता है कि कुछ गड़बड़ है और कहा कि उन्हें मामले में आगे की कार्यवाही पर और निर्देश लेने की आवश्यकता होगी। सबमिशन पर ध्यान देते हुए, बेंच ने मामले को जनवरी 2022 में विचार के लिए पोस्ट कर दिया।

भूषण को अलग-अलग मामलों में सरकार के खिलाफ कई याचिकाएं दाखिल करने के लिए जाना जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर, 2021 को एक सार्वजनिक घोषणा में कहा था कि केंद्र सरकार तीन कृषि कानूनों को निरस्त करेगी। 29 नवंबर को संसद के दोनों सदनों ने निरसन विधेयक पारित किया। हालांकि, किसान समूहों ने अभी तक दिल्ली की सीमाओं को खाली नहीं किया है।

मामले में पिछली सुनवाई में शीर्ष अदालत ने इस बात पर जोर दिया था कि किसानों को विरोध करने का मौलिक अधिकार है, लेकिन वे अनिश्चित काल के लिए सड़कों को अवरुद्ध नहीं कर सकते। अदालत ने राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव सहित विभिन्न किसान संगठनों के 43 नेताओं को नोटिस जारी किया था।

याचिकाकर्ता मोनिका अग्रवाल ने तर्क दिया है कि सीमा की नाकाबंदी से विभिन्न उद्देश्यों के लिए दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को बहुत कठिनाई होती है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *