
बिहार में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना आयोग की प्राथमिकता : मुख्य चुनाव आयुक्त
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (बीएनटी न्यूज़)| बिहार विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए आयोग ने प्रतिबद्धता जताई है। बिहार विधानसभा चुनाव और कुछ अन्य राज्यों के उप-चुनावों के लिए नियुक्त पर्यवेक्षकों की एक बैठक में मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने उनसे सही तरीके से चुनाव के संचालन पर चर्चा की। वर्चुअल माध्यम से यह बैठक 700 से अधिक सामान्य, पुलिस और व्यय पर्यवेक्षकों के लिये आयोजित की गई थी। इस बैठक में देशभर के लगभग 119 स्थानों पर मौजूद विभिन्न पर्यवेक्षकों ने वर्चुअल माध्यम से भाग लिया। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कोरोना काल में बिहार में चुनाव कार्यक्रम पर एक आकलन प्रस्तुत किया। उन्होंने अतिरिक्त सावधानी बरतने पर बल देते हुए कहा कि इस चुनाव को विश्व समुदाय द्वारा महामारी के बीच आयोजित किए जाने वाले विश्व के सबसे बड़े चुनाव के रूप में देखा जाएगा। उन्होंने स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी, नैतिक और साथ ही कोविड सुरक्षित चुनाव कराने की निर्वाचन आयोग की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की ताकत उसके मतदाता पर टिकी हुई है। मतदान के दिन मतदान केंद्र पर आने के लिए मतदाता को विश्वास दिलाने के लिए सभी प्रयास किए जाने चाहिए, ताकि वह सुरक्षित और स्वतंत्र रूप से मतदान कर सके। उन्होंने पर्यवेक्षकों का आह्वान किया कि वे स्थानीय चुनाव प्रशासन के रूप में मतदाता को मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक की भूमिका के साथ उनका मार्गदर्शन करें और उनकी समस्याओं को सुलझाने में मदद करें।
निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने पर्यवेक्षकों की भूमिका के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा दो विशेष व्यय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पहले ही की जा चुकी है और चुनाव प्रक्रिया आगे बढ़ने पर यदि आवश्यकता हई तो ऐसे कुछ और विशेष पर्यवेक्षकों की भी नियुक्ति की जायेगी। चंद्रा ने निर्वाचन आयोग की ओर से 21 अगस्त को विशेष रूप से जारी हुई गाइडलाइंस और बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने को कहा।