
कोविड-19 से लड़ाई में स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम निभा रहे अहम भूमिका
नई दिल्ली, 25 मई (आईएएनएस)| भारत में कोरोना वायरस संक्रमित रोगियों की बढ़ती संख्या के साथ, स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम देश में कई स्थानों पर वायरस से बचाव में पहली पंक्ति में आकर काफी सहायक सिद्ध हो रहे हैं। नियंत्रण केंद्र स्मार्ट सिटी पहल का मूल हैं और यह निगरानी, आपातकालीन और नैदानिक कमांड स्थितियों, एकीकृत यातायात प्रबंधन और आपदा प्रबंधन के लिए आवश्यक हैं।
कार्यात्मक नियंत्रण कक्षों वाले स्मार्ट शहरों ने निजी कंपनियों की सहायता से वास्तविक समय पर नजर रखने और स्वास्थ्य संबंधी किसी भी तरह के संकट के विश्लेषण के लिए सुविधा प्रदान की है।
कानपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड (केएससीएल) के सीईओ और नगर निगम आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने एक बयान में कहा, कोविड-19 के प्रकोप से देश की सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था में बाधा उत्पन्न हुई है, इसलिए शहर प्रशासन और निजी क्षेत्र महामारी से लड़ने के लिए अपने प्रयासों को अधिकतम करने में सहयोग कर रहे हैं।
टेक महिंद्रा जैसी दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी वायरस की रोकथाम में कानपुर, गांधीनगर, नासिक जैसे स्मार्ट शहरों को सशक्त बनाने के लिए मिलकर काम कर रही है।
मिसाल के तौर पर कानपुर स्मार्ट सिटी ‘कमांड एंड कंट्रोल सेंटर’ (आईसीसीसी) की टीम ने आईसीसीसी को टेक महिंद्रा टीम के साथ चौबीसों घंटे सहायता के लिए लिए एक प्रकार के वॉर रूम में बदल दिया है।
टेक महिंद्रा में एपीएसी व्यापार प्रमुख और कॉर्पोरेट अफेयर्स के अध्यक्ष सुजीत बक्शी ने कहा, हम टेक महिंद्रा में कोविड-19 के खिलाफ सामूहिक लड़ाई में नए समाधान विकसित करने के लिए नई तकनीकों का लाभ उठाकर स्थानीय सरकार की मदद कर रहे हैं।
बक्शी ने कहा, टेक महिंद्रा टीम 24 घंटे के भीतर कानपुर कमांड सेंटर बनाने में सक्षम है और हमें आशा है कि हमारा प्रयास स्थानीय सरकार को चल रही महामारी से लड़ने में मदद करेगा।
कानपुर के अलावा टेक महिंद्रा की गुजरात के गांधीनगर और महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवाड़ और नासिक में भी स्मार्ट सिटी परियोजनाएं चल रही हैं।
बारको इंडिया के प्रबंध निदेशक राजीव भल्ला के अनुसार, वर्तमान में चल रही महामारी ने स्वास्थ्य सेवा और प्रशासनिक बुनियादी ढांचे पर भारी दबाव डाला है। स्मार्ट शहर इसके प्रभाव को देखने और शहर की स्थिति का विश्लेषण करने के लिए अपने नियंत्रण कक्ष को कोविड चौकियों में बदल रहे हैं।
बारको इंडिया एक प्रमुख डिस्पले प्रौद्योगिकी फर्म है, जो आंध्र प्रदेश रियल-टाइम गवर्नेंस (आरटीजी) के साथ ही केंद्र और उत्तर प्रदेश डायल-100 जैसी परियोजनाओं से जुड़ी हुई है।
भल्ला ने कहा, महामारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए नियंत्रण कक्षों द्वारा दी जा रही सुविधाएं जैसे वास्तविक समय की निगरानी, लॉकडाउन निगरानी और सूचनाओं को साझा करने की क्षमता आदि काफी जरूरी है।
सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) के महानिदेशक राजन एस. मैथ्यूज ने कहा, दूरसंचार ऑपरेटर उपभोक्ताओं को निर्बाध कनेक्टिविटी और इंटरनेट बैंडविड्थ प्रदान करने के लिए सरकारी विभागों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
मैथ्यूज ने कहा, निर्बाध सेवाएं प्रदान करने और नेटवर्क पर बढ़ते दबाव को कम करने के लिए मुद्दों को हल करने के लिए विशिष्ट उपाय किए जा रहे हैं। उभरते परि²श्य में ग्राहकों की सेवा के लिए मोबाइल, फिक्स्ड ब्रॉडबैंड और फाइबर नेटवर्क पूरी तरह से तैयार हैं।