BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   सोमवार, 12 मई 2025 11:42 AM
  • 34.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान के 35-40 सैनिक मारे गए : सेना
  2. पाकिस्तान को सीजफायर के लिए मजबूर करने में नौसेना की भी रही अहम भूमिका
  3. भारत के सटीक हमलों के बाद पाकिस्तान के तबाह एयर बेस के सैटेलाइट इमेज सामने आए
  4. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 100 से अधिक आतंकवादी ढेर : सेना
  5. सीजफायर के उल्लंघन के बाद सेना प्रमुख ने की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा, आर्मी को जवाबी कार्रवाई की छूट
  6. आईपीएल के फिर से शुरू होने की संभावना के मद्देनजर बीसीसीआई ने फ्रेंचाइजी को मंगलवार तक एकत्रित होने को कहा
  7. डोनाल्ड ट्रंप ने की संघर्ष विराम के लिए भारत-पाक की सराहना, कहा- साथ मिलकर कश्मीर मुद्दे का हल निकालेंगे
  8. ईरानी विदेश मंत्री अराघची की अमेरिका को दो टूक, बोले- हम अपने परमाणु अधिकार नहीं छोड़ेंगे
  9. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज को दी श्रद्धांजलि, पाकिस्तानी गोलाबारी में हुए थे शहीद
  10. आपने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ब्रह्मोस मिसाइल के पराक्रम को देखा होगा, नहीं तो पाकिस्तान से पूछ लें : सीएम योगी
  11. राहुल गांधी और खड़गे की पीएम मोदी से मांग, ऑपरेशन सिंदूर और युद्ध विराम पर चर्चा के लिए बुलाएं विशेष संसद सत्र
  12. रावलपिंडी तक सुनी गई भारत की सेनाओं की धमक, ‘आपरेशन सिंदूर’ ने दिलाया पीड़ित परिवारों को इंसाफ : राजनाथ सिंह
  13. ‘ट्रंप की मध्यस्थता’ पर कपिल सिब्बल को ऐतराज, विशेष संसद सत्र बुलाने की उठाई मांग
  14. लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट का उद्घाटन, सीएम योगी बोले- आतंकवाद को पूरी तरह कुचलना ही समाधान
  15. पाक समर्थित आतंकवाद की कमर तोड़ने में कामयाब रहा ‘ऑपरेशन सिंदूर’, कई हाई प्रोफाइल आतंकी हुए ढेर

टीएमसी ने विपक्ष के संयुक्त मोर्चे से किया किनारा, अपनी राह चलना तय किया

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 01 दिसंबर 2021, 12:01 PM IST
टीएमसी ने विपक्ष के संयुक्त मोर्चे से किया किनारा, अपनी राह चलना तय किया
Read Time:4 Minute, 42 Second

टीएमसी ने विपक्ष के संयुक्त मोर्चे से किया किनारा, अपनी राह चलना तय किया

नई दिल्ली, 01 दिसंबर (बीएनटी न्यूज़)| तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने संयुक्त विपक्ष की रणनीति के लिए कांग्रेस की पहल के प्रति शत्रुतापूर्ण रवैया दिखाया है। तृणमूल कांग्रेस ने लगातार दूसरी बार विपक्षी बैठक में भाग नहीं लिया, हालांकि अन्य 16 दलों ने भाग लिया।

राज्यसभा के 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की विपक्ष की अपील सभापति एम. वेंकैया नायडू द्वारा ठुकराए जाने के बाद विपक्ष ने मंगलवार को कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में सदन से बहिर्गमन का फैसला किया, लेकिन टीएमसी इससे पीछे हट गई। इसके सदस्यों लुइजि़न्हो फलेरियो ने जीरो आवर में भाग लिया, जैसा कि डेरेक ओ’ब्रायन ने किया था। हालांकि ओ’ब्रायन ने निलंबन पर बात की। उन्होंने कहा कि विपक्षी सांसदों की जगह ट्रेजरी बेंच के 80 सांसदों को निलंबित किया जाना चाहिए।

बाद में उन्होंने ट्वीट किया, “कल 1 दिसंबर से सोमवार-शुक्रवार सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक राज्यसभा से निलंबित 12 विपक्षी सांसद महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना पर बैठेंगे।”

कांग्रेस लोकसभा में विरोध प्रदर्शन और सदन को ठप करने के दौरान विपक्ष को साथ लेने के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रही है। मंगलवार की सुबह टीएमसी को छोड़कर बाकी विपक्षी दल इस मामले पर रणनीति बनाने के लिए खड़गे के कार्यालय में इकट्ठा हुए।

इस बीच, नायडू ने कहा, “मैं विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने की अपील पर विचार नहीं करने जा रहा हूं, क्योंकि निलंबित सांसदों ने माफी नहीं मांगी है और अपने व्यवहार को सही ठहरा रहे हैं।” खड़गे ने नियम 256 के तहत यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि सांसदों का निलंबन नियमों के विपरीत है।

उन्होंने कहा, “सदन के सदस्यों को पिछले सत्र में किए आचरण के कारण इस सत्र में निलंबित कर दिया गया है और यह सदन के नियमों के खिलाफ है।” उन्होंने कहा कि माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता।

जवाब में, सभापति ने कहा कि सदन ने एक प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और घटना के दिन सभापति ने निलंबन के लिए सांसदों के नाम पटल पर रखे थे।

टीएमसी के डेरेक ओ’ब्रायन ने अपने कृत्य को सही ठहराते हुए कहा कि सदस्यों को मानसून सत्र में इस तरह के व्यवहार का सहारा लेने के लिए मजबूर किया गया था, क्योंकि कुछ मुद्दों को बार-बार अनुरोध के बावजूद चर्चा के लिए नहीं लाया जा रहा था। उन्होंने जोर देकर कहा, “12 विपक्षी सांसदों को नहीं, बल्कि ट्रेजरी के 80 सांसदों को निलंबित किया जाना चाहिए।”

उच्च सदन ने सोमवार को 11 अगस्त को मानसून सत्र के दौरान सदन में हंगामा करने पर 12 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया।

निलंबित सांसद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, भाकपा, माकपा और शिवसेना से हैं।

निलंबित सांसद हैं – कांग्रेस के सैयद नसीर हुसैन, अखिलेश प्रसाद सिंह, फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा और राजमणि पटेल, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी, अनिल देसाई, माकपा के एलाराम करीम, भाकपा के बिनॉय विश्वम, डोला सेन और तृणमूल की शांता छेत्री।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *