BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   मंगलवार, 13 मई 2025 11:33 AM
  • 37.81°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. 17 मई से फिर शुरू होगा आईपीएल, फाइनल 3 जून को
  2. डीजीएमओ हॉटलाइन वार्ताः पाकिस्तान बोला एक भी गोली नहीं चलाएंगे, शत्रुतापूर्ण कार्रवाई नहीं करेंगे
  3. भारत-पाकिस्तान के डीजीएमओ ने की हॉट लाइन पर बात
  4. भारत-पाक तनाव पर ट्रंप ने कहा, ‘हमने परमाणु संघर्ष को रोका, नहीं तो लाखों लोग मारे जाते’
  5. ‘पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे थे आतंक के आका, भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया’
  6. ऑपरेशन सिंदूर : प्रधानमंत्री मोदी आज रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे
  7. सुंदर कांड की चौपाई ‘भय बिनु होय ना प्रीति’ सुना एयर मार्शल ने पाकिस्तान को दी नसीहत
  8. जरूरत पड़ने पर हर मिशन के लिए तैयार, भर चुका था उनके पाप का घड़ा : भारतीय सेना
  9. विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, कहा- जीवन भर याद रहेगी इस प्रारूप से मिली सीख
  10. आतंकी हाफिज अब्दुर रऊफ को बताया ‘फैमिली मैन’, एक बार फिर हुआ पाकिस्तानी सेना का झूठ बेनकाब
  11. भारतीय सेना ने अदम्य साहस का परिचय दिया, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में हुआ राफेल का इस्तेमाल : संबित पात्रा
  12. डीजीएमओ की बातचीत से पहले पीएम मोदी की बैठक, सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद
  13. मणिपुर में दो महीने में लोकप्रिय सरकार बनेगी : भाजपा सांसद
  14. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान के 35-40 सैनिक मारे गए : सेना
  15. पाकिस्तान को सीजफायर के लिए मजबूर करने में नौसेना की भी रही अहम भूमिका

असम और तमिलनाडु में हाथियों को लेकर बवाल, गुवाहाटी हाईकोर्ट का क्या आदेश ?

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 17 सितंबर 2022, 4:56 PM IST
असम और तमिलनाडु में हाथियों को लेकर बवाल, गुवाहाटी हाईकोर्ट का क्या आदेश ?
Read Time:2 Minute, 58 Second

गुवाहाटी, 17 सितंबर (बीएनटी न्यूज़)| असम और तमिलनाडु में हाथियों के बीच मची रार के बीच गुवाहाटी उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को तमिलनाडु सरकार को निर्देश दिया कि वो असम के एक प्रतिनिधिमंडल को तीन दिनों के अंदर उसके यहां मंदिरों में ले जाए गए हाथियों का निरीक्षण करने दे और प्रतिनिधिमंडल को सुरक्षा प्रदान करें। दरअसल, जब हाथी जयमाला का एक वीडियो इंटरनेट पर सामने आया तो असम ने एक चार सदस्यीय टीम को स्थिति का निरीक्षण करने और हाथी को वापस लाने के लिए भेजा। पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) ने राज्य सरकारों से हाथी की भलाई पर ध्यान देने का आग्रह किया। लेकिन 3 सितंबर से चेन्नई में रह रही टीम ने तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों पर हाथी को देखने की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाया। उसके बाद, असम सरकार ने बुधवार को गुवाहाटी उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।

राज्य के महाधिवक्ता देवजीत सैकिया ने बताया कि उच्च न्यायालय ने भी तमिलनाडु सरकार को 15 दिनों के भीतर मामले का जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है। तमिलनाडु पुलिस, वन विभाग और केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय को भी नोटिस जारी किए गए थे। इस बीच, तमिलनाडु सरकार ने मद्रास उच्च न्यायालय में दायर एक जनहित याचिका का जवाब देते हुए कहा कि वे हाथी जयमाला को असम नहीं लौटाएंगे।

तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों ने कहा कि मंदिर में हाथियों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं नहीं हुई और न ही जयमाला को वापस करने की कोई आवश्यकता थी। उन्होंने आगे कहा, ये हाथी अब मंदिर के आदी हो गए हैं और इन्हें लौटाने से भक्तों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगी।

जनहित याचिका वन्यजीव संरक्षण पर एक क्षेत्र वैज्ञानिक एन. शिवगनेसन द्वारा दायर की गई थी। इससे पहले, चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के एक अधिकारी ने दावा किया था कि तमिलनाडु सरकार जयमाला की हिरासत के लिए असम के अधिकारियों के साथ चर्चा करने के लिए भी सहमत नहीं है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *