
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) यूनिवर्सिटी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने प्रवेश परीक्षा केंद्रों की सूची से तिरुवनंतपुरम को हटा दिया है। तिरुवनंतपुरम दक्षिण भारत में विश्वविद्यालय का अकेला प्रवेश परीक्षा केंद्र हुआ करता था। साल 2024 में इस केंद्र पर कम से कम 550 छात्रों ने परीक्षा दी थी।
जामिया के इस फैसले पर राजनीति भी गरमाई हुई है। केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से सांसद और कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर ने सवाल किया कि क्या जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने अब दक्षिण भारतीय छात्रों को नजरअंदाज करने का फैसला कर लिया है। क्या जामिया ने तय कर लिया है कि वह दक्षिण भारतीय छात्रों को नहीं चाहता?
शशि थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (जेएमआई) ने तिरुवनंतपुरम को अपने प्रवेश परीक्षा केंद्रों की सूची से हटा दिया है। यह दक्षिण भारत में ऐसा एकमात्र केंद्र था! इसके अलावा, शहर में कम से कम 550 छात्र परीक्षा दे रहे थे। एक समझ से परे निर्णय: क्या जामिया ने तय कर लिया है कि वह दक्षिण भारतीय छात्रों को नहीं चाहता?”
उल्लेखनीय है कि जामिया ने उत्तर और मध्य भारत में दो नए परीक्षा केंद्रों को जोड़ा है, लेकिन दक्षिण भारत में अब कोई परीक्षा केंद्र नहीं होगा। इस बदलाव से दक्षिण भारत के छात्रों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। दक्षिण भारत के छात्रों को परीक्षा में शामिल होने के लिए अब दिल्ली या अन्य उत्तर और मध्य भारतीय शहरों में आना होगा।