BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   रविवार, 20 अप्रैल 2025 09:13 AM
  • 30.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. पीएम मोदी से बात करना सम्मानजनक, इस साल भारत आने का बेसब्री से इंतजार : एलन मस्क
  2. संविधान ही सर्वोपरि, मनमानी का दौर अब नहीं चलेगा : अखिलेश यादव
  3. ‘हम इस तरह नहीं जी सकते’, दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद में एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष के सामने रो पड़ीं महिलाएं
  4. तेजस्वी ने भ्रष्टाचार को लेकर सरकार को घेरा, कहा- हर टेंडर में मंत्री का 30 फीसदी कमीशन तय
  5. आईपीएल : पंजाब ने आरसीबी को हराया, टिम डेविड का अर्धशतक बेकार
  6. झारखंड : भाजपा नेता सीपी सिंह ने कहा, ‘मंत्री हफीजुल संविधान को नहीं मानते’
  7. उत्तराखंड में होगी ‘वक्फ संपत्तियों’ की जांच, सीएम धामी बोले – ‘समाज के हित में होगा जमीन का इस्तेमाल’
  8. संविधान पर झारंखड के मंत्री हफीजुल अंसारी के बयान से कांग्रेस ने किया किनारा
  9. मुर्शिदाबाद पहुंचे राज्यपाल सीवी आनंद बोस, कहा – ‘समाज में शांति स्थापित करेंगे’
  10. तेजस्वी को इंडी अलायंस में मिली नई जिम्मेदारी, केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी बोले ‘लॉलीपॉप थमा दिया गया’
  11. प्रदूषण से निपटने के लिए पूरे साल का प्लान, यमुना भी होगी साफः सीएम रेखा गुप्ता
  12. गुड फ्राइडे हमें दयालुता, करुणा और हमेशा उदार हृदय रखने की प्रेरणा देता है : पीएम मोदी
  13. आईपीएल 2025 : विल जैक्स का शानदार प्रदर्शन, मुंबई इंडियंस ने हैदराबाद को चार विकेट से हराया
  14. वक्फ संशोधन अधिनियम पर सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश का कांग्रेस ने किया स्वागत, बताया संविधान की जीत
  15. दाऊदी बोहरा समाज के प्रतिनिधियों ने वक्फ कानून को सराहा, पीएम मोदी के विजन का किया समर्थन

पश्चिम बंगाल : 12 सहकर्मियों के सस्पेंशन के विरोध में डॉक्टर भूख हड़ताल पर

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 19 जनवरी 2025, 10:05 PM IST
पश्चिम बंगाल : 12 सहकर्मियों के सस्पेंशन के विरोध में डॉक्टर भूख हड़ताल पर
Read Time:3 Minute, 29 Second

बीएनटी न्यूज़

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के सरकारी मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के 38 डॉक्टर राज्य सरकार के 12 डॉक्टरों को निलंबित करने के फैसले के खिलाफ भूख हड़ताल पर हैं।

शनिवार रात जूनियर डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया। पिछले हफ्ते, एक महिला और उसके नवजात बच्चे की मौत के मामले में 12 डॉक्टरों को निलंबित कर दिया गया। आरोप है कि इनकी मौत एक्सपायर्ड रिंगर्स लैकटेट दिए जाने से हुई।

प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है कि जिन 12 डॉक्टरों को निलंबित किया गया है (6 जूनियर और 6 सीनियर), यह असल मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश है। उनकी दलील है कि मौत की असली वजह एक्सपायरी दवा है, जिसे पास्कल बैंग फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड ने सप्लाई किया था। यह कंपनी पहले कर्नाटक और फिर पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा ब्लैकलिस्ट की जा चुकी है।

निलंबित किए गए डॉक्टरों में अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट-कम-वाइस प्रिंसिपल और रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर (आरएमओ) भी शामिल हैं।

पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन डॉक्टरों के निलंबन की घोषणा करते हुए दवा सप्लाई करने वाली कंपनी को लगभग क्लीन चिट दे दी।

एक भूख हड़ताल पर बैठे डॉक्टर ने कहा, “हम बार-बार 12 डॉक्टरों के निलंबन को रद्द करने की अपील कर रहे हैं। हमने इस मुद्दे पर कई विभागों को ईमेल भी भेजे हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। आखिरकार, हमने भूख हड़ताल का फैसला किया। यह प्रदर्शन हमारे आंशिक कार्य-विराम का ही विस्तार है, जो कुछ दिन पहले शुरू हुआ था।”

इस मामले में दो स्तर पर जांच चल रही है: राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त विशेषज्ञों की टीम द्वारा और दूसरे पश्चिम बंगाल पुलिस के क्रिमिनल इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट द्वारा।

पश्चिम बंगाल में काम करने वाले डॉक्टरों की संस्था सर्विस डॉक्टर्स फोरम (एसडीएफ) ने राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस से इस मामले में न्यायिक जांच की मांग की है।

एसडीएफ का आरोप है कि डॉक्टरों को निलंबित कर असली वजह से ध्यान हटाने की कोशिश हो रही है। उनका कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ है कि महिला की मौत 10 जनवरी को दवा या सलाइन के रिएक्शन से हुई थी। इसके बावजूद 12 डॉक्टरों को निलंबित करना असली मुद्दे से ध्यान भटकाने का प्रयास है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *