
बीएनटी न्यूज़
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की समूचे विश्व ने निंदा की है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कॉल कर हर संभव समर्थन की पेशकश की, जिस पर प्रधानमंत्री मोदी ने आभार जताते हुए कहा कि भारत कायराना हरकत करने वालों को नहीं बख्शेगा और उन्हें न्याय के कठघरे में खड़ा करने को प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री मोदी को आज सुबह राष्ट्रपति ट्रंप ने कॉल किया और पहलगाम में इस्लामी आतंकवादी हमले के शिकारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति ट्रंप ने हमले की निंदा की और कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है और हर संभव समर्थन की पेशकश की।
विश्वस्त सरकारी सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप का समर्थन के लिए धन्यवाद किया और कहा कि भारत इस कायराना और घृणित आतंकवादी हमले के अपराधियों और उनके समर्थकों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म द ट्रूथ पर लिखा कश्मीर से बहुत परेशान करने वाली खबर आई है। आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ अमेरिका मजबूती से खड़ा है। हम मारे गए लोगों की आत्मा की शांति और घायलों के स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और भारत के लोगों को हमारा पूरा समर्थन और गहरी सहानुभूति है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संवेदना संदेश भेजा। उन्होंने इसे एक “निर्दोष नागरिकों के खिलाफ अपराध” बताया और भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े रहने की प्रतिबद्धता जताई।
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने भी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा- आज भारत में हुए आतंकवादी हमले में अनेक लोग हताहत हुए, ये जानकर बहुत कष्ट हुआ। इटली प्रभावित परिवारों, घायलों, सरकार और सभी भारतीय लोगों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त करता है।
इजरायली दूतावास और फिर इजरायल के विदेश मंत्री गिडोन सार ने इस घटना को बर्बर बताते हुए दुख व्यक्त किया। सार ने हमले में मारे गए लोगों के प्रति दुख व्यक्त करते हुए कहा, “इजरायल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ है।”
वहीं, यूक्रेन के दूतावास ने कहा कि वे पहलगाम आतंकी हमले से बेहद दुखी हैं। हम रोजाना आतंकी हमले का शिकार होते हैं और किसी भी तरह के आतंकवाद की निंदा करते हैं।