BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   बुधवार, 08 जनवरी 2025 01:13 AM
  • 9.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. बांग्लादेश में कट्टरवादी ताकतों को खुली छूट ! जिसे खोज रहा अमेरिका उस आतंकी को बरी करेगी यूनुस सरकार
  2. 15 जनवरी को कांग्रेस के नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ का सोनिया गांधी करेंगी उद्घाटन
  3. दिल्ली में चुनाव की घोषणा भ्रष्टाचार से मुक्ति मिलने का भी ऐलान : कांग्रेस
  4. दिल्ली वालों का इंतजार खत्म, 5 फरवरी को पंजे पर वोट पड़ेगा : अलका लांबा
  5. दिल्ली विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने ‘आप’ को दिया समर्थन, केजरीवाल ने जताया आभार
  6. दिल्ली विधानसभा चुनाव : ‘आप’ के ये पांच वादे, मिलेगी हैट्रिक!
  7. चुनाव तारीख की घोषणा होते ही भाजपा ने मुझे मुख्यमंत्री आवास से निकाल दिया : आतिशी
  8. झारखंड विधानसभा की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी दो हफ्ते में नेता प्रतिपक्ष नॉमिनेट करे : सुप्रीम कोर्ट
  9. अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान
  10. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए ‘आप’ ने लॉन्च किया अपना कैंपेन सॉन्ग, “फिर लाएंगे केजरीवाल”
  11. कितने युवा मतदाता इस बार दिल्ली की सरकार चुनने के लिए करेंगे मताधिकार का प्रयोग, कितने फर्स्ट टाइम वोटर
  12. दिल्ली विधानसभा चुनाव : 5 फरवरी को मतदान, 8 को आएंगे नतीजे
  13. नेपाल-तिब्बत सीमा पर 7.1 तीव्रता के भूकंप से 32 लोगों की मौत
  14. छत्तीसगढ़ सीएम ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी, बोले- ‘शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी’
  15. किसान नेता डल्लेवाल की हालत बिगड़ी, पल्स रेट और ब्लड प्रेशर कम हुआ

प्रधानमंत्री का अजमेर दरगाह में चादर भेजना हिंदू-मुस्लिम करने वाले लोगों को संदेश : सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 03 जनवरी 2025, 12:29 AM IST
प्रधानमंत्री का अजमेर दरगाह में चादर भेजना हिंदू-मुस्लिम करने वाले लोगों को संदेश : सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती
Read Time:3 Minute, 44 Second

बीएनटी न्यूज़

नई दिल्ली। अखिल भारतीय सूफी सज्जादानशीन परिषद के अध्यक्ष सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने प्रधानमंत्री की ओर से अजमेर शरीफ दरगाह में चादर चढ़ाने का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह परंपरा पुरानी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस परंपरा का 10 सालों से निर्वहन कर रहे हैं।

उन्होंने बीएनटी न्यूज़ से बात करते हुए कहा, “यह एक पुरानी परंपरा रही है। 1947 में जब से देश आजाद हुआ है, तब से जो भी भारत का प्रधानमंत्री होता है वह सालाना उर्स के मौके पर चादर भेजता है। यह परंपरा हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद बनाए रखी है। यह हिंदुस्तान की संस्कृति और सभ्यता का हिस्सा है, जिसमें हर धर्म, हर संप्रदाय और हर सूफी संत का सम्मान किया जाता है।”

उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 10 वर्षों से इस परंपरा को न केवल जारी रखा है, बल्कि इसे पूरी श्रद्धा और अकीदत के साथ निभाया है। वे हर साल चादर भेजते हैं और इस परंपरा को पूरी गरिमा के साथ निभाते हैं। आज भी हमारे पास जानकारी है कि प्रधानमंत्री मोदी अल्पसंख्यक मंत्री किरेन रिजिजू को गुरुवार की शाम चादर सौंपेंगे। यह एक सकारात्मक संदेश है और उन लोगों के लिए जवाब है, जो कुछ महीनों से मंदिर-मस्जिद के विवाद को हवा दे रहे हैं। हमारा देश की सभ्यता और संस्कृति यही है कि सभी धर्मों और मज़हबों का सम्मान किया जाए। प्रधानमंत्री मोदी का ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका सम्मान’ का सिद्धांत इस परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण है। यह एक सकारात्मक संदेश है और मैं हमेशा इसका समर्थन करता रहूंगा। जब चादर आएगी, तो हम उसकी मेजबानी के लिए तैयार रहेंगे। यह उन लोगों को जवाब है, जो देश को तोड़ने की बात कर रहे हैं और मजहब के नाम पर विवाद खड़ा कर रहे हैं।”

स्विट्जरलैंड में बुर्के पर लगे बैन पर उन्होंने कहा, “यह मामला अंतरराष्ट्रीय है। स्विट्ज़रलैंड की सरकार ने जिस दृष्टिकोण से हिजाब पर प्रतिबंध लगाया है, उस पर पूरी जानकारी हम अपने स्तर पर इकट्ठा करेंगे। लेकिन यह जो सिस्टम चल रहा है, वह पूरी दुनिया में देखा जा रहा है, जहां हिजाब को एक औरत का बुनियादी अधिकार माना जाता है। इसमें कोई जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए कि हर औरत इसे पहने, क्योंकि हम किसी को जबरदस्ती नहीं कर सकते, लेकिन शरीयत के हिसाब से एक महिला को अपना चेहरा ढकने का आदेश है। अगर कोई महिला स्वेच्छा से हिजाब पहनना चाहती है, तो उसे रोकना उचित नहीं है। यह महिलाओं के अधिकारों का मामला है और इसे रोकना गलत होगा।”

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *