नई दिल्ली, 2 मार्च (आईएएनएस)| निर्भया दुष्कर्म मामले में मौत की सजा पाने वाले चारों दोषियों में से एक पवन गुप्ता ने सोमवार को भारत के राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर की। वह एकमात्र दोषी था जिसने अब तक दया याचिका नहीं भेजी थी।
एक अन्य दोषी, अक्षय ने पिछले सप्ताह एक और दया याचिका दायर की थी, जिसमें कहा गया था कि पहले वाली दया याचिका ‘अधूरी’ थी।
तीन मार्च को सुबह 6 बजे चारों दोषियों -अक्षय सिंह, पवन गुप्ता, विनय कुमार शर्मा और मुकेश कुमार को फांसी दी जानी है।
मामला दिसंबर 2012 में राष्ट्रीय राजधानी में एक 23 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या से संबंधित है, जिसे बाद में निर्भया नाम दिया गया। इस मामले में एक किशोर सहित छह लोगों को आरोपी बनाया गया था।
छठे आरोपी राम सिंह ने मामले में मुकदमा शुरू होने के बाद तिहाड़ जेल में कथित रूप से आत्महत्या कर ली। किशोर को 2015 में सुधारगृह में तीन साल बिताने के बाद रिहा कर दिया गया था।