
महोबा (उत्तर प्रदेश), (आईएएनएस)| पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर पिछले 610 दिनों से बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर बुंदेलखंडी के नेतृत्व में अनशन पर बैठे लोगों ने गुरुवार को धरना स्थल पर स्वतंत्रता सेनानी क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि मनाई। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली हिंसा में मारे गए नागरिकों को श्रद्धांजलि भी दी। इस मौके पर तारा पाटकर ने कहा, “दिल्ली में असामाजिक तत्वों ने जिस तरह से हिंसा का सहारा लिया है, उससे देश की छवि बिगड़ी है। काफी निर्दोष नागरिकों की जान गई है, जिसकी हम भर्त्सना करते हैं। क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि पर दिल्ली के सभी मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया और लोगों से शांति बहाल करने की अपील की गई है।”
बुंदेली समाज के महामंत्री डॉ. अजय बरसैया ने कहा, “चंद्रशेखर आजाद का बुंदेलखंड से गहरा नाता रहा है। उन्होंने झांसी को अपना गढ़ बनाया और वहां से 15 किलोमीटर दूर ओरछा के जंगलों में अपने साथियों के साथ निशानेबाजी सीखी थी। वे यहां क्रांतिकारियों को प्रशिक्षण भी देते थे।”
बुंदेलखंड क्रांति दल के जिलाध्यक्ष दीपेंद्र सिंह परिहार ने कहा, “आजाद, ओरछा क्षेत्र में पंडित हरिशंकर ब्रह्मचारी के छद्म नाम से लोकप्रिय थे और बच्चों को पढ़ाते थे।”