BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शनिवार, 14 जून 2025 05:20 PM
  • 41.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. मुझे खुद भरोसा नहीं, मैं कैसे जिंदा निकला: अहमदाबाद विमान हादसे में बचे विश्वास कुमार ने बताया कैसे हुआ ‘चमत्कार’
  2. अहमदाबाद विमान हादसा: पीएम मोदी ने कहा, ‘इसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता’
  3. अहमदाबाद विमान हादसे को ट्रंप ने ‘विमानन इतिहास की सबसे दुखद घटना’ बताया
  4. अहमदाबाद विमान हादसा : नहीं रहे गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी
  5. अहमदाबाद विमान हादसे से पूरा देश दुखी, ओम बिरला से नितिन गडकरी और नीतीश कुमार तक, कई बड़े नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
  6. अहमदाबाद विमान हादसा : सोनिया गांधी-मल्लिकार्जुन खड़गे समेत विपक्ष के बड़े नेताओं ने दुख जताया
  7. अहमदाबाद विमान हादसा : अमित शाह ने एकमात्र जीवित बचे यात्री से की मुलाकात
  8. अहमदाबाद विमान हादसा : एयर इंडिया ने की पुष्टि, बताया 241 लोगों की गई जान
  9. शाखा क्षेत्र के प्रत्येक परिवार तक संघ का संपर्क पहुंचना चाहिए: आरएसएस प्रमुख भागवत
  10. पंजाब : अनुसूचित जाति के 4,727 लोगों का 68 करोड़ रुपए का कर्ज माफ, सरकार ने बांटे सर्टिफिकेट
  11. प्रियंका चतुर्वेदी ने यूरोपीय यात्रा को बताया सफल, बोलीं- ‘वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान को किया बेनकाब’
  12. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने राहुल गांधी को बताया ‘निडर और साहसी’
  13. मणिपुर सरकार ने मैतेई नेता की गिरफ्तारी के बाद पांच जिलों में कर्फ्यू लगाया
  14. आप और कांग्रेस ने झुग्गीवासियों को वर्षों तक मूर्ख बनाया : सीएम रेखा गुप्ता
  15. 11 वर्षों में नारीशक्ति की सफलताएं देशवासियों को गौरवान्वित करने वाली हैं : पीएम मोदी

शाहीनबाग : वातार्कारों ने प्रदर्शनकारियों से कहा, आपसे प्रभावित हुए हम

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 20 फ़रवरी 2020, 9:39 AM IST
शाहीनबाग : वातार्कारों ने प्रदर्शनकारियों से कहा, आपसे प्रभावित हुए हम
Read Time:5 Minute, 12 Second

नई दिल्ली, (आईएएनएस)| सुप्रीम कोर्ट ने शाहीनबाग मामले में नियुक्त किए गए वातार्कारों के सामने बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगें रखीं और बुलंद आवाज में कहा कि “सरकार कानून वापस ले ले, हम तुरंत यहां से उठ जाएंगे।” प्रदर्शनकारियों ने अपनी बात में गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। प्रदर्शनकरियों की बात सुनने के बाद संजय हेगड़े और वकील साधना रामचंद्रन ने कहा, “हम कल फिर आपकी बात सुनने आएंगे।”

शाहीनबाग में बुधवार को वार्ताकारों के सामने अपनी बात रखने के लिए प्रदर्शनकारी सुबह से ही इंतजार कर रहे थे। इसको लेकर महिला प्रदर्शनकरियों ने पहले से तैयारी भी की हुई थी कि किस तरह हमें अपनी बात रखनी है और क्या क्या मांगें रखनी है, एक प्रदर्शनकारी महिला ने कागज के पन्ने पर सभी महिलाओं की राय लिखी हुई थी, ताकि वातार्कारों के सामने रखी जा सके।

मुख्य तौर पर सभी प्रदर्शनकरियों की मांग एक ही थी कि सीएए और एनआरसी को वापस लिया जाए, क्योंकि ये संविधान के खिलाफ हैं। इसके साथ-साथ प्रदर्शनकरियों की मांग थी कि पुलिस द्वारा हिंसा में जिन लोगों की मौत हुई है, उनको मुआवजा या पेंशन दिया जाए। साथ ही इस आंदोलन में जितने लोगों पर मुकदमे हुए हैं, उनको वापस लिया जाए।

सूत्रों की मानें तो प्रदर्शनकारियों ने बुधवार तड़के 3 बजे एक बैठक भी बुलाई गई थी, जिसका मकसद यह तय करना था कि वार्ताकारों के सामने किस तरह अपनी बात रखना है और क्या-क्या मांगें रखनी हैं।

शाहीनबाग में वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और वकील साधना रामचंद्रन आए, उससे ठीक पहले स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने प्रदर्शन स्थल से मीडिया को बुलाया और कहा कि “वार्ताकार आप सभी लोगों से मिलना चाहते हैं।” उसके बाद सभी मीडियाकर्मियों को प्रदर्शन स्थल से ले जाया गया। बाद में यह बात सामने आई कि वार्ताकार मीडिया के सामने बात नहीं करना चाहते। जब ये बात प्रदर्शनकारियों के सामने आई तो एक तरह से हंगामा खड़ा हो गया और वहां मंच से ऐलान हुआ कि वे मीडिया के सामने ही बात करेंगे।

उन्होंने कि यहां कोई मीडियाकर्मी न सवाल पूछेगा, न कुछ बोलेगा। बस प्रदर्शनकारियों और वार्ताकारों की बात सुनेगा। उसके बाद वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और वकील साधना रामचंद्रन प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे तो प्रदर्शनकारियों ने उनका तालियों से स्वागत किया।

वकील संजय हेगड़े ने बात शुरू की और मंच से कहा कि “आप सभी लोग बैठ जाइए। हम आपसे बात करने आए हैं और हमारे पास वक्त है। हम आराम से आपकी बात सुनेंगे।”

इसके बाद संजय हेगड़े ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश प्रदर्शनकारियों के सामने पढ़ा और वकील साधना ने उस ऑर्डर को महिलाओं और वहां मौजूद प्रदर्शनकरियों को समझाया। उसके बाद वकील साधना ने कहा कि आंदोलन करने का हक बरकरार है, लेकिन और भी नागरिक हैं।

वकील साधना ने कहा, “हम फैसला करने नहीं आए हैं और न ही हम चाहते हैं कि बात हम करेंगे, क्योंकि ये आपका हक है, हम यहां बुजुर्गों की बात सुनने आए हैं।”

उसके बाद वकील साधना ने कहा कि पहले हम दादियों की बात सुनेंगे, जिसके बाद प्र्दशन कर रहीं दादी ने कहा कि “कानून वापस ले लो सड़क खुल जाएगी!”

दादी ने कहा कि तीन साइड की सड़क पुलिस ने बंद कर रखी है, दादियों की बात खत्म होने के बाद फिर अन्य प्रदर्शनकारियों ने अपनी बात एक-एक करके रखना शुरू की।

एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, “जब हमारी बात यहां नहीं सुनी जा रही तो अगर हम कहीं और बैठ जाएंगे तो कौन सुनेगा हमारी बात? अगर हम यहां से उठ गए तो पूरे देश में प्रदर्शन कर रहे लोगों की ताकत छीन ली जाएगी।”

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *