
ईडी ने घनश्यामदास जेम्स एवं ज्वेल्स के प्रबंधन सहयोगी संजय अग्रवाल को किया गिरफ्तार
हैदराबाद, 14 फ़रवरी (बीएनटी न्यूज़)| प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ) ने शनिवार को घनश्यामदास जेम्स एवं ज्वेल्स के प्रबंधन सहयोगी संजय अग्रवाल को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया । इस मामले में भारतीय स्टेट बैंक को 67 करोड़ रुपये की हानि हुई।
ईडी से जुड़े एक अन्य मामले में संजय अग्रवाल पहले से ही जेल में है। शुक्रवार को उसे हैदराबाद लाया गया था।
इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत संजय अग्रवाल के खिलाफ बेंगलुरु में मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक से जुड़े मामले में भी संजय अग्रवाल एवं अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। संजय अग्रवाल ने गोल्ड लोन यानी सोने को पीएनबी में बंधक रखकर रिण लिया था लेकिन उसने धोखाधड़ी से वह सोना वापस ले लिया। इससे पीएनबी को 31.97 करोड़ रुपये की चपत लगी थी।
सीबीआई द्वारा दर्ज मामले के आधार पर ही ईडी ने भी मामला दर्ज किया है।
ईडी को पता चला है कि संजय अग्रवाल घनश्यामदास जेम एवं ज्वेल्स का प्रबंधन सहयोगी है और स्यह कंपनी स्वर्ण आभूषणों का थोक व्यापार करती है।
ईडी अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने वर्ष 2010 और 2011 में पीएनबी द्वारा जारी फर्जी बैंक गारंटी और पत्र दिखाकर एसबीआई से सोने के सिक्के लिए। उसने बाद में उन सिक्कों को स्थानीय बाजार में बेच दिया।
इनसे प्राप्त राशि को उसने दूसरे संस्थानों में हस्तांतरित कर दिया। ये संस्थान उसकी पत्नी,भाई और अन्य रिश्तेदारों के नाम थे। एसबीआई को जब इस धोखाधड़ी का पता चला तो उसने पाया कि संजय अग्रवाल ने फर्जी बैंक गारंटी दिखाई थी।
ईडी अधिकारियों ने बताया कि 17 अगस्त 2011 को संजय अग्रवाल और उसके भाइयों अजय तथा विनय ने नीलामी में अपने स्टोर में रखे सभी सोने और स्वर्ण आभूषण को खरीद लिया जबकि ये आभूषण पहले से ही पीएनबी में बंधक थे और उसी के आधार पर उसने बैंक से रिण लिया था।