BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   गुरुवार, 08 मई 2025 03:22 AM
  • 27.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने 1971 के बाद पहली बार पाकिस्तान में दागी मिसाइलें
  2. ब्लैकआउट: दिल्ली से लेकर दूसरे राज्यों तक, ऐसी दिखी भारत की तैयारियों की झलक
  3. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारतीय सेना ने पाकिस्तान को दिया मुंहतोड़ जवाब : मल्लिकार्जुन खड़गे
  4. ‘कांग्रेस ने मुस्लिमों को धोखा दिया, देश के हक में है वक्फ संशोधन कानून’, रांची में बोले मौलाना साजिद रशीदी
  5. ऑपरेशन सिंदूर : एनएसए अजीत डोभाल ने अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देशों को सैन्य कार्रवाई की जानकारी दी
  6. घरेलू विमानन कंपनियों की फ्रेश ट्रैवल एडवाइजरी जारी, 10 मई तक कुछ फ्लाइट्स रद्द
  7. राष्ट्रपति मुर्मू से मिले पीएम मोदी, ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ की दी जानकारी
  8. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पीएम मोदी ने यूरोप दौरा किया रद्द
  9. ऑपरेशन सिंदूर : जिस जगह हुई थी कसाब और हेडली की ट्रेनिंग, भारतीय सेना ने उन्हें मिट्टी में मिला दिया
  10. भारत की अंतरिक्ष यात्रा प्रतिस्पर्धा नहीं, ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ पर आधारित : पीएम मोदी
  11. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद केंद्र सरकार ने 8 मई को बुलाई सर्वदलीय बैठक
  12. ऑपरेशन सिंदूर : पीएम मोदी ने कैबिनेट बैठक में सेना की तारीफ की, बताया- ‘गर्व का पल’
  13. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ : भारत की एयर स्ट्राइक में मारे गए 70 से अधिक आतंकी
  14. ऑपरेशन सिंदूर : कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पाकिस्तान को सबूत के साथ दिखाई औकात
  15. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सीएम उमर अब्दुल्ला ने की अधिकारियों के साथ बैठक, कहा- एकजुट और मजबूत रहें

एसएफआईओ ने सुप्रीम कोर्ट से कहा, एमटेक ऑटो, उसकी समूह कंपनियों के 22,000 करोड़ रुपये के कर्ज मामले की चल रही जांच

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 07 नवंबर 2022, 12:41 PM IST
एसएफआईओ ने सुप्रीम कोर्ट से कहा, एमटेक ऑटो, उसकी समूह कंपनियों के 22,000 करोड़ रुपये के कर्ज मामले की चल रही जांच
Read Time:6 Minute, 55 Second

एसएफआईओ ने सुप्रीम कोर्ट से कहा, एमटेक ऑटो, उसकी समूह कंपनियों के 22,000 करोड़ रुपये के कर्ज मामले की चल रही जांच

नई दिल्ली, 07 नवंबर (बीएनटी न्यूज़)| सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस (एसएफआईओ) ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि एमटेक ऑटो लिमिटेड (एएएल) और उसके समूह की कंपनियों से जुड़े करीब 22,000 करोड़ रुपये के कर्ज जांच के दायरे में हैं। शीर्ष अदालत ने मामले में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।

एसएफआईओ ने एक हलफनामे में कहा, जांच से पता चला है कि सभी चार सीयूआई (जांच के तहत कंपनियां) ने विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और निजी बैंकों से ऋण लिया है। सीयूआई द्वारा आज तक लिए गए कुल ऋण इस प्रकार हैं: एमटेक ऑटो- 10,355 करोड़ रुपये, कास्टेक्स टेक्नोलॉजीज- 8,427 करोड़ रुपये, मेटलिस्ट फोजिर्ंग लिमिटेड- 1,630 करोड़ रुपये, एआरजीएल लिमिटेड 1,509 करोड़ रुपये। चार सीयूआई द्वारा लिए गए ऋणों की कुल राशि 20,000 करोड़ रुपये से अधिक है, जो कि अब तक की चल रही जांच से पता चला है।

बता दें, मेटलिस्ट फोजिर्ंग लिमिटेड एआरजीएल लिमिटेड, और कास्टेक्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड एएएल की समूह कंपनियां हैं।

एसएफआईओ ने कहा कि अब तक की गई जांच के अनुसार, यह प्रस्तुत किया गया है कि अब तक 398 संबंधित पक्षों की पहचान की गई है, जो बढ़कर 500 हो सकती है।

एसएफआईओ ने कहा कि रिसॉल्यूशन प्रोफेशनल (आरपी) ने एमटेक ऑटो लिमिटेड, कास्टेक्स टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, एआरजीएल लिमिटेड और मेटलिस्ट फोजिर्ंग लिमिटेड द्वारा निष्पादित लेनदेन पर कॉपोर्रेट मामलों के मंत्रालय को एक प्रस्तुति दी।

हलफनामे में कहा गया, आरपी द्वारा यह देखा गया कि कंपनियों ने (ए) संबंधित पक्षों को ऋण और अग्रिम दिए, (बी) डेबिट शेष को पूंजीगत कार्य में स्थानांतरित कर दिया, (सी) पुस्तकों में हेरफेर किया और हितधारकों की कीमत पर संबंधित पार्टियों के साथ अन्य धोखाधड़ी वाले लेनदेन को अंजाम दिया।

एसएफआईओ ने कहा कि जांच शुरू होने के बाद, एएएल के प्रमोटरों और सहयोगियों के खिलाफ कुल नौ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किए गए हैं, जो उन्हें देश छोड़ने से रोकने के लिए हैं।

एसएफआईओ ने कहा कि कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 241 और धारा 242 के तहत एएएल और समूह की तीन अन्य कंपनियों के निदेशकों और प्रवर्तकों की संपत्ति के बंटवारे के लिए एक याचिका पहले ही अधिकार क्षेत्र वाले सक्षम न्यायाधिकरण के समक्ष दायर की जा चुकी है।

बयान में कहा गया है, यह प्रस्तुत किया गया है कि 25 व्यक्तियों की जांच पूरी हो चुकी है, जिसमें प्रमुख प्रबंधकीय कर्मियों (केएमपी), जांच के तहत कंपनियों के निदेशक और प्रमोटर (सीयूआईएस) शामिल हैं।

एसएफआईओ ने कहा कि यह पहले ही एग्मोंट संदर्भ (इंटरनेशनल फाइनेंशियल इंटेलिजेंस कोऑपरेशन इंस्ट्रूमेंट्स) को 17 अधिकार क्षेत्र में भेज चुका है ताकि अधिकार क्षेत्र से बाहर फंड का पता लगाया जा सके। ईजीएमओएनटी समूह विभिन्न देशों की विभिन्न वित्तीय खुफिया इकाइयों (एफआईयूएस) का एक संघ है। एग्मोंट समूह एफआईयूएस को मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवादी वित्तपोषण और संबंधित विधेय अपराधों से निपटने के लिए विशेषज्ञता और वित्तीय खुफिया जानकारी का सुरक्षित रूप से आदान-प्रदान करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।

एक अलग हलफनामे में, सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि आईडीबीआई बैंक ने 26 सितंबर, 2022 को एमटेक ऑटो लिमिटेड के पूर्व प्रमोटरों/निदेशकों को फ्रॉड घोषित किया और 4 अक्टूबर को आरबीआई को इसकी सूचना दी।

सीबीआई ने कहा कि 19 बैंकों/वित्तीय संस्थानों से संपर्क किया है, जिनमें से आईडीबीआई बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, पीएनबी, एसबीआई और आईएफसीआई लिमिटेड ने खाते को धोखाधड़ी के रूप में घोषित किए जाने की स्थिति में सीबीआई के पास शिकायत दर्ज करने के संबंध में सीबीआई के सवाल का जवाब दिया है।

याचिकाकर्ता के वकील जय अनंत देहाद्राई ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, प्रमोटरों के एक ही समूह के स्वामित्व और नियंत्रण वाली एमटेक ऑटो और उसके समूह की कंपनियों ने सार्वजनिक और निजी बैंकों से 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण लिया। यह केवल एक कंपनी के दिवालिया होने का मामला नहीं है। एसएफआईओ और सीबीआई द्वारा सुप्रीम कोर्ट के समक्ष दायर किए गए हलफनामे इन 4 कंपनियों में से सैकड़ों शेल कंपनियों में बैंकों को धोखा देने के लिए एक सुनियोजित आपराधिक साजिश का संकेत देते हैं।

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने एजेंसियों को सुनवाई की आखिरी तारीख 3 नवंबर को छह सप्ताह में विस्तृत स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा है। शीर्ष अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 13 दिसंबर को निर्धारित की है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *