
नई दिल्ली, 31 अगस्त (बीएनटी न्यूज़)| अधिकांश भारतीय बैंक अपने मोबाइल ऐप पर ग्राहकों की बदलती जरूरतों को नहीं समझ पा रहे हैं। बैंक ग्राहकों को उनके खर्च और ऋण को समझने, उपयोगी बजट बनाने, सक्रिय सलाह देने, उनके वित्तीय स्वास्थ्य पर नजर रखने और उनके वित्तीय जीवन की निगरानी करने में सक्षम नहीं हैं। एक नई रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ है। धन प्रबंधन क्षमताओं में भारतीय बैंक पिछड़ रहे हैं। शोध फर्म फॉरेस्टर की नई रिपोर्ट के अनुसार, मोबाइल बैंकिंग में किसी भी बैंक ने 60 से अधिक स्कोर नहीं किया है।
अधिकांश भारतीय बैंक अपने ऐप में सर्च को लागू नहीं कर पा रहे हैं, जैसे कि ऐप की कार्यक्षमता या किसी विशेष लेनदेन की खोज करना। रिपोर्ट में ऐसा कहा गया है।
अधिक भारतीय बैंक अब एक गोपनीयता नीति प्रदर्शित करते हैं लेकिन ज्यादा शब्द होने के चलते इसका उपयोग आसान नहीं है।
रिपोर्ट में कहा गया है, कई बैंक अच्छे ऐप्स डिजाइन करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एक अच्छा मोबाइल बैंकिंग अनुभव उपयोगी कार्यक्षमता और उपयोगकर्ता अनुभव के बीच सही संतुलन बनाता है।
2021 में, 72 प्रतिशत ऑनलाइन भारतीय वयस्क ग्राहकों ने कहा कि उन्होंने पिछले एक महीने में अपनी बैंकिंग गतिविधियों के लिए मोबाइल बैंकिंग ऐप का उपयोग किया है, और इसकी संख्या लगातार बढ़ रही है।
भारतीय बैंकिंग ऐप्स के उपयोगकर्ता अनुभव में हालांकि 2020 के बाद से काफी सुधार हुआ है। कई के पास नए इंटरफेस हैं जिसका उपयोग आसान है और इससे भुगतान करना आसान हो गया है।
लेकिन प्रमुख चिंताएं अभी भी बनी हुई हैं, रिपोर्ट में कहा गया है।