BNT Logo | Breaking News Today Logo

Latest Hindi News

  •   शुक्रवार, 29 नवंबर 2024 07:00 अपराह्न
  • 20.09°C नई दिल्ली, भारत

    Breaking News

    ख़ास खबरें
     
  1. विपक्ष की बात मानने के बावजूद वे सदन में शोर मचा रहे : जगदंबिका पाल
  2. पाकिस्तान में सांप्रदायिक हिंसा जारी, मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 100 से अधिक
  3. सीएम हेमंत सोरेन ने शहीद अग्निवीर के आश्रित को नियुक्ति पत्र और 10 लाख मुआवजे का चेक सौंपा
  4. दिवालिया हो गई दिल्ली सरकार? : हाई कोर्ट
  5. यह क्षण न केवल कांग्रेस, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व और प्रेरणा का एक भावुक पल : पवन खेड़ा
  6. एकनाथ शिंदे को कोई पद नहीं चाहिए: संजय शिरसाट
  7. दिल्ली के प्रशांत विहार इलाके में संदिग्ध विस्फोट, दिल्ली पुलिस मौके पर मौजूद
  8. प्रियंका गांधी के संसद में आने से आएगा भारतीय राजनीति में बदलाव : राजीव शुक्ला
  9. झारखंड में चौथी बार सीएम की शपथ लेते ही हेमंत सोरेन के नाम दर्ज होंगे कई राजनीतिक रिकॉर्ड
  10. संविधान की प्रति हाथ में लेकर प्रियंका गांधी ने लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ली
  11. नीलामी के दौरान आरसीबी मैनेजमेंट के कैलकुलेटेड और बोल्ड एप्रोच ने बनाई संतुलित टीम
  12. चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी से भारत के मुस्लिम चिंतित : मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी
  13. इस्लामाबाद में हालात गंभीर, हिंसक झड़पों में छह सुरक्षाकर्मियों की मौत
  14. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की नागरिकता क्‍या होगी खत्म?, याचिकाकर्ता ने बताई सच्चाई
  15. राहुल ने फिर उठाया सावरकर का मुद्दा, भाजपा ने लगाई फटकार

ईरान में आए भूकंप ने ली थी सैकड़ों की जान

bntonline.in Feedback
अपडेटेड 04 फ़रवरी 2020, 5:33 AM IST
ईरान में आए भूकंप ने ली थी सैकड़ों की जान
0 0
Read Time:2 Minute, 35 Second

बीएनटी न्यूज, नई दिल्ली। अगले साल यानी 2018 और उसके बाद दुनिया के कई हिस्सों में बड़े भूकंप आ सकते हैं। यह चेतावनी वैज्ञानिकों ने दी है। हैरानी यह भी कि भूकंप को पृथ्वी के घूमने की स्पीड से जोड़ा जा रहा है, जो प्रति दिन कुछ मिली सेकंड कम हो रही है। वैज्ञानिकों का कहना है कि दोनों में सीधा संबंध है। ये उन लोगों खासकर नेताओं के लिए बुरी खबर है जो अपनी कई पीढिय़ासें के लिए गलत तरीके से बेसुमार दन-दौलत इकट्ठा करने में लगे हैं। अगर ऐसा होता है तो सबसे ज्यादा सदमा ऐसे ही लोगों को लगे। वैज्ञानिकों का दावा है कि भूकंप से जुड़े खतरों के लिए 5 या 6 साल पहले अडवांस वॉर्निंग दी जा सकती है और दिन की लंबाई इस बारे में अहम भूमिका निभा सकता है। इसके जरिए डिजास्टर प्लानिंग की जा सकती है। हालांकि, रिसर्च में साफ तौर पर यह नहीं बताया गया है कि वे अगले साल से जिन भूकंपों के आने की बात कह रहे हैं वे किन क्षेत्रों में आ सकते हैं।

पिछली सदी की मिसाल

रेबेका और रोजर ने कहा कि पिछली सदी में 5 बार ऐसा हुआ जब 7 तीव्रता के भूकंप आए। हर बार इन भूकंप का संबंध पृथ्वी के घूमने की रफ्तार से जुड़ा पाया गया। हालांकि, कई बार छोटे दिन होने पर इनमें कमी भी देखी गई। इन साइंटिस्ट्स के मुताबिक, पृथ्वी के किनारों में होने वाले छोटे बदलाव भी भूकंप से जुड़े हो सकते हैं।

दो यूनिवर्सिटीज का रिसर्च

यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो के रोजर बिल्हम और यूनिवर्सिटी ऑफ मोंटाना की रेबेका बेंडिक ने रिसर्च किया है। जियोलॉजिकल सोसायटी ऑफ अमेरिका को पूरी डिटेल भेज दी गई है। वैज्ञानिकों ने कहा कि पृथ्वी के घूमने की रफ्तार में कमी के चलते अंडरग्राउंड एनर्जी को बाहर आने मदद मिलेगी।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %
ये भी पढ़े

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *