
फातोर्दा (गोवा), (आईएएनएस)| एटीके एफसी और चेन्नइयन एफसी हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में अपने तीसरे खिताब का पीछा कर रहे हैं। दोनों टीमों के लिए दो जोड़ियां ऐसी हैं, जिनकी बदौलत कहा जा सकता है कि यह फाइनल में पहुंची हैं। इन जोड़ियों ने इस सीजन में अब तक कुल 33 गोल किए हैं। एटीके के लिए राय कृष्णा और डेविड विलियम्स तथा चेन्नइयन एफसी के लिए रफाएल क्रीवेलारो और नेरीजुस वाल्सकिस ने इस लीग को जीवंत बनाते हुए शानदार साझेदारी को अंजाम दिया है।
एटीके के लिए कृष्णा और विलियम्स तथा चेन्नइयन एफसी के लिए क्रीवेलारो और वाल्सकिस की जोड़ी ने अपने कमाल से टीम को सफलता के नए शिखर तक पहुंचाया और अब ये पहली बार तीन खिताब जीतने वाली टीम बनने की दौड़ में शामिल हैं।
कृष्णा और विलियम्स एक दूसरे के लिए अनजान नहीं हैं। दोनों खिलाड़ी इससे पहले ए-लीग में वेलिंग्टन फोनिक्स के लिए खेल चुके हैं और इसके बाद अब दोनों एटीके के लिए आईएसएल में कारनामा कर रहे हैं।
इन दोनों का ही करिश्मा था कि एटीके ने लीग स्तर पर दूसरा स्थान हासिल किया। एंटोनियो हाबास के सिस्टम में दोनों ने एक दूसरे के पूरक के तौर पर काम किया और बेंगलुरू एफसी के खिलाफ दूसरे प्लेआफ मुकाबले में अहम साबित हुए और तीन गोल किए तथा अपनी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया।
कृष्णा ने कहा, फुटबाल एक आदमी का खेल नहीं है। मैं सिर्फ अपनी भूमिका अदा कर रहा हूं। टीम की सफलता में हर किसी की भूमिका रही है। मैं विलियम्स के साथ खेलने का लुत्फ ले रहा हूं और हमारे बीच गोलों की संख्या यह बताती है कि हमारी साझेदारी सकारात्मक रही है। हम साथ में ए-लीग में खेले हैं और वहां के अनुभव का हमने यहां फायदा उठाया।
कृष्णा आईएसएल में गोल्डन बूट अवार्ड की दौड़ मे शामिल हैं। उन्होंने अब तक 15 गोल किए हैं। कृष्णा को बार्थोलोमेव ओग्बेचे से आगे निकलने के लिए एक गोल की जरूरत है। उनके नाम पांच एसिस्ट भी है। डेविड के नाम सात गोल और चार एसिस्ट हैं। वह हालांकि चोट के कारण कुछ मैचों में नहीं खेल सके थे।
क्रीवेलारो और वाल्सकिस के बीच इससे पहले का कोई कनेक्शन नहीं रहा था लेकिन शुरुआती नाकामियों के बाद दोनों खिलाड़ी सफल हुए। शुरुआती चार मैचों में चेन्नइयन कोई गोल नहीं कर सकी थी लेकिन अगले 16 मैचों में उसने 38 गोल किए। इनमें से 21 गोल वाल्सकिस (14) और क्रीवेलारो (7) ने किए।
वाल्सकिस और क्रीवेलारो एक दूसरे के पूरक साबित हुए और विपक्षी टीमों को चौंकाया। इन दोनों ने खुद को ओवेन कोएल के सिस्टम में शानदार तरीके से ढाला और सबसे अधिक गोल तथा एसिस्ट करने वाले खिलाड़ियों की सूची में शामिल हुए। क्रीवेलारो के नाम आठ एसिस्ट हैं जबकि वाल्सकिस ने अब तक छह एसिस्ट किए हैं।
कोएल ने कहा, रफाएल ने हमें क्रिएटिव होने की आजादी दी। उनके रहते हमने जिस तरह चाहा खेला। हम मन से काफी अटैकिंग टीम हैं और क्रीवेलारो तथा वाल्सकिस हमारे अटैक के अहम किरदार हैं।
एटीके और चेन्नइयन के बीच 14 मार्च को गोवा में इस सीजन का फाइनल खेला जाएगा। एक बात तो तय है कि इन दो शानदार जोड़ियों के रहते दोनों टीमें एक दूसरे के डिफेंस का चैन छीनने का प्रयास करेंगी।