
नई दिल्ली, (आईएएनएस)| ओलम्पिक के लिए पहले ही क्वालीफाई कर चुके बजरंग पुनिया, दीपक पुनिया और रवि दहिया पर यहां के केडी जाधव हाल में मंगलवार से शुरू हो रही एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में भारतीय दल की जिम्मेदारी होगी। वहीं महिला वर्ग में विनेश फोगाट पर सभी की नजरें होंगी। विनेश भी ओलम्पिक कोटा हासिल कर चुकी हैं और यह टूर्नामेंट इन सभी को ओलम्पिक की तैयारियों को परखने और पुख्ता करने का मौका देगा।
इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे बाकी खिलाड़ियों के लिए एक राहत की बात यह है कि चीन के पहलवान इस चैम्पियनशिप में नहीं खेल रहे हैं। भारत ने कोरोनावायरस के डर से चीन के 40 सदस्यीय दल को वीजा नहीं दिया। पाकिस्तान को हालांकि भारत का वीजा मिल गया है और उसका छह सदस्यीय दल इस चैम्पियनशिप में हिस्सा लेगा।
मेजबान भारत ने अपना 30 सदस्यीय दल उतारा है, जिसमें बजरंग, दीपक, रवि और विनेश के अलावा युवा सोनम मलिक पर भी सभी की नजरें होंगी। सोनम ने 62 किलोग्राम भारवर्ग की ट्रायल्स में रियो ओलम्पिक-2016 की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को मात दी थी।
इसी कारण साक्षी इस चैम्पियनशिप में बदले हुए भारवर्ग 65 किलोग्राम में किस्मत आजमा रही हैं। सोनम की तरह अंशु मलिक ने भी पूजा ढांडा जैसी बड़ी महिला पहलवान को ट्रायल्स में मात दे 57 किलोग्राम भारवर्ग में इस चैम्पियनशिप का टिकट कटाया।
भारत के सभी पहलवानों के लिए यह मंच अपनी तैयारियों को परखने का मंच है।
बजंरग ने सोमवार को एक बयान में कहा, “यह हम सभी के लिए बड़ा मौका है। हम अपने घरेलू दर्शकों के सामने खेल रहे हैं। कई लोगों को यह दबाव लग सकता है लेकिन मैं इसे फायदे के रूप में देखता हूं। मुझे उम्मीद है कि बड़ी तादाद में दर्शक हमें समर्थन देने आएंगे।”
पुरुष फ्री स्टाइल, महिला फ्री स्टाइल और ग्रीकोरोमन जैसी तीन कैटेगरी में खेली जाने वाली इस एशियाई चैम्पियनशिप में भारत के अलावा कई विदेशी पहलवानों पर भी नजरें होंगी।