
बीएनटी न्यूज़
चेन्नई। 23वीं राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप सोमवार को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में शुरू हुई। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता को तमिलनाडु सरकार का समर्थन प्राप्त है। यह 20 फरवरी तक चलेगी।
इस चैंपियनशिप में भारत भर से 1,476 पैरा-एथलीटों ने हिस्सा लिया है, जो 30 टीमों के तहत 155 स्पर्धाओं में भाग ले रहे हैं। इससे यह देश में सबसे बड़े पैरा-एथलेटिक्स समारोहों में से एक बन गया है।
यह आयोजन देवेंद्र झाझरिया के नेतृत्व वाली भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) और चंद्रशेखर राजन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु पैरालंपिक खेल संघ (टीएनपीएसए) के प्रयासों से सुचारू रूप से आयोजित किया जा रहा है।
सत्य प्रकाश सांगवान और जयवंत गुंडू हमनवार सहित अन्य प्रमुख पदाधिकारियों ने भी चैंपियनशिप के बिना रुके क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
चैंपियनशिप के बारे में बोलते हुए, पीसीआई के अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया ने कहा, “हमें विश्वास है कि चेन्नई में होने वाली यह चैंपियनशिप भारत में पैरा-एथलेटिक प्रतियोगिताओं के लिए नए मानक स्थापित करेगी। 155 स्पर्धाओं में 1,476 पैरा-एथलीटों की प्रभावशाली भागीदारी के साथ, यह टूर्नामेंट देश में पैरा-स्पोर्ट्स के तेजी से विकास और बढ़ती प्रतिस्पर्धा को दिखाता है। विश्व स्तरीय सुविधाओं और समावेशिता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ, हम भारतीय पैरा-एथलेटिक्स के लिए एक नए युग के साक्षी बन रहे हैं।”
टीएनपीएसए के अध्यक्ष चंद्रशेखर राजन ने कहा, “तमिलनाडु सरकार का अटूट समर्थन इस आयोजन को एक शानदार सफलता बनाने में सहायक रहा है। यह चैंपियनशिप न केवल असाधारण प्रतिभा को दिखाती है, बल्कि देश भर में पैरा-एथलीटों को सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि करती है।”
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले टॉप एथलीटों में भाला फेंक में सुमित अंतिल, व्हीलचेयर रेसिंग में मनोज सबापति, शॉटपुट में मनोज सिंगराज, ऊंची कूद में मरियप्पन थंगापन, शॉटपुट में मुथु राजा, शॉटपुट में होकाटो सेमा और भाला फेंक में नवदीप सिंह, डिस्कस थ्रो में योगेश कथुनिया आदि शामिल हैं।
यह चैंपियनशिप न केवल पैरा-एथलीटों की अविश्वसनीय प्रतिभा को उजागर करती है, बल्कि भारतीय खेलों में समावेशिता और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में भी काम करती है।