ओलंपिक (हॉकी) : भारत के पास बेल्जियम के खिलाफ खोने को कुछ नहीं (प्रीव्यू)
टोक्यो, 3 अगस्त (बीएनटी न्यूज़)| भारतीय पुरुष हॉकी टीम जब मंगलवार को बेल्जियम के खिलाफ टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल मुकाबले में उतरेगी तो उसके पास खोने के लिए कुछ नहीं होगा।
भारत 1980 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंची है। दूसरी तरफ बेल्जियम की टीम है, जिसे पांच साल पहले रियो ओलंपिक में अर्जेटीना के खिलाफ फाइनल में हार मिली थी।
भारतीय टीम के पास बेल्जियम से बदला लेने का मौका रहेगा जिन्होंने 2016 ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में उसे हारकर बाहर कर दिया था।
भारतीय टीम ऐसी स्थिति पर पहुंच गई है जहां उसके पास खोने के लिए कुछ नहीं है।
भारतीय टीम ने इस ओलंपिक में स्पेन को 3-0, अर्जेटीना को 3-1, जापान को 4-3 और ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराया। अब महज एक जीत उसे कम से कम रजत पदक दिलवा देगी।
टीम को ग्रुप चरण में ऑस्ट्रेलिया से 1-7 से हार का सामना करना पड़ा था लेकिन उसने इस हार के बाद वापसी की और पूल ए में दूसरे स्थान पर रहकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। इस प्रदर्शन से भारतीय टीम ने साबित किया है कि इंडियन हॉकी अभी जीवित है।
भारतीय टीम ने हर मैच के बाद खुद में सुधार किया है। डिफेंस ने ब्रिटेन के खिलाफ काफी दबाव बनाया जबकि श्रीजेश ने ओलंपिक में अबतक बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
भारतीय हॉकी टीम ने पिछले साल फरवरी में एफआईएच प्रो लीग में बेल्जियम को 2-1 से हराया था और उसका मनोबल इस जीत को याद कर बढ़ेगा।